यात्रा करना सभी को पसंद होता है, शायद ही कोई हो, जो घूमने-फिरने से परहेज करता हो। लेकिन क्या आपको पता है कि यात्रा को जिंदगी का सबसे बड़ा शिक्षक भी कहा जाता है। जी हां, ये बात सुनने में आपको थोड़ी अजीब जरूर लगे लेकिन ये बात बिल्कुल सच है। दरअसल, जब आप यात्रा करने निकलते हैं तो आप कई तरह के लोगों से मिलते हैं, उनसे बातें करते हैं। इस दौरान काफी कुछ सीखने को मिलता है, जो शायद हमें कोई टीचर नहीं सिखा सकता।
बात करने के सलीखे सिखाता है यात्रा
जब हम किसी यात्रा पर निकलते हैं तो इस दौरान हमें काफी लोग मिलते हैं, जो अलग-अलग जगहों या राज्यों के होते हैं, उनसे बात करना और उनको समझना ये काफी मुश्किल होता है। ऐसे में जब भी आप किसी यात्रा पर निकलेंगे तो आप धीरे-धीरे खुद ही समझ जाएंगे। यह आपके स्किल को निखारने में काफी मदद करता है।
यात्रा से मिलती है मन की शांति
कई बार ऐसा होता है कि हम अंदर से खुद को अच्छा फील नहीं कर रहे होते हैं लेकिन फिर भी हमें अपनी जिम्मेदारियों के तले ही गुजारा करना पड़ता है, जो शायद कहीं न कहीं जिदंगी के लिए उचित नहीं है। ऐसे में यात्रा ही एकमात्र ऑप्शन बन जाता है, जिससे आपको मन की शांति मिल सकें और आप अपनी बिजी लाइफ में से कुछ समय निकालकर चैन की सांस ले सकें। जब आप यात्रा करने के लिए निकलते हैं तो बाहर के वातावरण से आप काफी खुशनुमा महसूस करते हैं, जो आपके लिए काफी फायदेमंद भी साबित होता है।
कम पैसों में भी मैनेज करने की कैपेबिलिटी
जब तक हम अपने घर पर रहते हैं या मां-बाप के पैसों पर ऐस करते हैं तो हमें काफी चीजों के बारे में पता नहीं होता, जैसे- पैसे कहा बचाना चाहिए या कैसे बचाना चाहिए कि कम खर्च में भी अपना काम चल जाए। ऐसे में मेरी सलाह आपके लिए यही है कि एक बार आपको यात्रा जरूर करनी चाहिए, जिससे आपको कम पैसों में भी मैनेज करना समझ आए।
आत्मविश्वास को मिलता है बढ़ावा
कई बार ऐसा होता है कि हम अपने अंदर इतने कांफिडेंट नहीं होते कि कोई काम कर सकें या कहीं अकेले जा सकें। इसके लिए यात्रा करना भी काफी माना जाता है, इससे इंसान को अंदर से कांफिडेंस आता है। और इसके बाद वो उन कामों को भी करने को तैयार हो जाता है, जिसे करने से पहले वो कतराता है।
खुद को समझने का मिलता है मौका
घर की जिम्मेदारियों या खुद की परेशानियों से इंसान को इतना समय नहीं मिलता है कि वो खुद को समझ सकें। ऐसे में मेरी सलाह ये है कि हर इंसान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार यात्रा जरूर करनी चाहिए। ऐसे में जब वो इंसान खुद के साथ समय बितायेगा, तब उसे खुद को समझने का मौका भी मिलेगा।