आपने दिन की रोशनी में ऐतिहासिक स्मारकों की यात्रा तो बहुत बार की होगी लेकिन क्या कभी आपके मन में रात के अंधेरे में यात्रा करने का ख्याल आया है?
भारत में कई इमारतें ऐसी हैं जो सूर्यास्त होने पर ध्वनि और प्रकाश का खूबसूरत प्रदर्शन दिखाती हैं। यह प्रदर्शन आपको स्मारक के इतिहास के बारे में बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगा, जोकि दिन के उजाले में अनुभव करना असंभव है। अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं जिसे इतिहास से प्रेम है और अपनी कल्पना को प्रकाशित करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि भारत में ऐसे कई ध्वनि और प्रकाश प्रदर्शन होते हैं जो आपको भारत के अतीत के बारे में जानने का मौका देंगें।
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इस समय इन स्थानों पर आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ रही है और आपको विशेष रूप से किलों और महलों का यह प्रदर्शन देखने जरूर जाना चाहिए।
अम्बर किला
जयपुर, माओटा झील के नजदीक अम्बर किले में आयोजित, इस शो में न केवल किले का इतिहास दर्शाया जाता है बल्कि जयपुर का भी वर्णन होता है।इस शो में राजस्थानी लोक संगीत और रंगीन रोशनी का उपयोग होता है जोकि आपके सामने एक सपनों का पूरा शहर विकसित कर देगा।र्मियों और सर्दियों के मौसम में प्रदर्शन का समय अलग-अलग है।गर्मियों में यह प्रदर्शन शाम के 6:30 बजे इंग्लिश कथन के साथ शुरू होता है और हिंदी कथन में शाम के 7:30 बजे. इंग्लिश शो की कीमत 200 रुपये है और हिंदी शो में आपको 100 रुपये का खर्च आएगा।
आगरा फोर्ट
उत्तर प्रदेश के आगरा किले को किला-ए-अक्बरी के नाम से भी जाना जाता है और यह ताज महल के बाद दूसरे स्थान पर आने वाला आगरा का सबसे आकर्षित स्थान है। यह किला 16वीं शताब्दी में मुगल शासकों द्वारा बनाया गया था और इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल की मान्यता प्राप्त है। एक घंटे के शो में आपको मुगल काल के समय का दौरा कराया जाएगा।यह शो हिंदी में शाम को 7:30 बजे और अंग्रेजी में 8:30 बजे शुरू होता है।
टिकट की कीमत भारतीयों के लिए 40 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 150 रुपये है।
सेलुलर जेल - पोर्ट ब्लेयर
45 मिनट के इस शो में आपको भारत के स्वतंत्रता के संघर्षो के बारे में बताया जाएगा। केवल कुछ लोगों को ही पता था कि ब्रिटिश शासन के दौरान पोर्ट ब्लेयर में सेलुलर जेल की ऊंची दीवारों के पीछे क्या हो रहा था। यहां पर ये दिल दहला देने वाली कहानी सूर्य, एक वृक्ष और फांसी के तख्ते द्वारा हिंदी में शाम के 6:00 बजे और इतवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को शाम 7:15 बजे सुनाई जाती है। सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को यह शो अंग्रेजी में आयोजित किया जाता है। टिकट की कीमत 50 रुपये है।
PC:Harvinder Chandigarh
सिटी पैलेस - उदयपुर
सिटी पैलेस में एक घंटे का शो जो उदयपुर के 1500 साल पुराने इतिहास का वर्णन करता है।इस शो में मेवाड़ राजवंश, रानी पद्मिनी और पन्ना दाई की कहानी पर प्रकाश डाला गया है।यह शो सितम्बर से मार्च तक सुबह 7:00 बजे शुरू होता है और टिकट की कीमत 100 से 400 रुपये के बीच होती है।
गोलकंद किला - तेलंगाना
हैदराबाद शहर से 12 किमी की दूरी पर गोलकंद फोर्ट स्थित है। किले में नवंबर से फरवरी तक शाम 6:30 बजे और 7:45 बजे ध्वनि और लाइट शो होता है जिसमें कुतुब शाही राजवंश के इतिहास और किले का वर्णन किया जाता है और इस प्रदर्शन का आंनद लेने के लिए आपको केवल 10 रुपये का भुगतान करना होगा।
ग्वालियर किला - मध्य प्रदेश
ग्वालियर किले की रोशनी और ध्वनि का भव्य प्रदर्शन मंदिर के रूप जैसे प्रतीत होता है और यह यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय जगह है।इस कहानी का वर्णन आप अमिताभ बच्चन की भारी आवाज़ और पी.टी भीमसेन जोशी, पी.टी जसराज एंव कुमार गंधरवा की मधुर ध्वनि में सुन पाएंगे।
आपको लाल, सुनहरे, नीले और हरे रंग के रंगों के साथ बेहद पुराने युग में ले जाएगा, साथ ही आप तानसेन के गीतों का लुत्फ बायेजू की आवाज़ में उठा पाएंगें।
झांसी किला - उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश का झांसी किला एक विशाल किला है जो रानी लक्ष्मीबाई के पलायन के लिए साक्षी था। उन्होंने अपने नवजात शिशु को अपनी पीठ से बांधकर और अपने घोड़े पर सवार होकर ऊंचे किले की छलांग लगाई और अंग्रेजों के चुंगल से बच निकली। यह शो सर्दियों में शाम 6:30 बजे और गर्मियों के महीनों में शाम 7:30 बजे प्रदर्शित किया जाता है।
खजुराहो - मध्य प्रदेश
प्रसिद्ध पश्चिमी मंदिरों का समूह यहां की पृष्ठभूमि पर शो का निर्माण करता है, जो आपको चंडीला शासकों के इतिहास और मंदिरों से जुड़े मिथकों के बारे में बताएगा। यह प्रदर्शन करीब एक घंटे तक चलता है।समय - अंग्रेजी में शाम 6:30 बजे और हिंदी में 7:40 बजे पर प्रदर्शित होता है।
पुराना किला - नई दिल्ली
इश्क-ए-दिल्ली के शीर्षक के अनुसार, इस शो में एक खूबसूरत कहानी बताई गई है कि आखिर कैसे दिल्ली ने खुद को नई दिल्ली में बदला जिसे हम आज देखते हैं। शो में दिखाया जाता है कि कैसे पृथ्वीराज चौहान ने 11वीं शताब्दी में इस शहर को ढूंढा और कैसे इसे आज के वर्तमान रूप में लाया गया। यह शो शाम के 7 बजे से 8 बजे तक हिंदी में अयोजित किया जाता है और इसके बाद 8:30 बजे से 9:30 बजे तक अंग्रेजी में होता है। ध्यान रखें कि शो की टाइमिंग समय-समय पर बदलती रहती है। टिकट की कीमत 100 रुपये है।
सोमनाथ मंदिर - गुजरात
रात्रि 8 बजे आयोजित होने वाले एक घंटे के इस लम्बे शो में भारत के सबसे समृद्ध मंदिरों के इतिहास के बारे में बताया जाता है।मुस्लिम आक्रमणकारियों ने सोमनाथ मंदिर का कई बार सफाया किया था जिसके कारण मंदिर में कई पुनर्निर्माण किये गए। इस शो का वर्णन अंग्रेजी में किया गया है और टिकट की कीमत मात्र 25 रुपये है।