आधुनिक दुनिया में तकनीक के बढ़ने के कारण प्रकृति के लिए खतरा पैदा हो गया है। आबादी से लेकर प्रदूषण तक इतना ज्यादा बढ़ गया है, कि मनुष्य, पशु-पक्षी और वनस्पति का जीवन दूभर हो गया है। हालांकि पर्यावरणीय संबंधी इन समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इन पर पूर्ण नियंत्रण नहीं पाया गया है।
इन खतरों के कारण कई प्रजातियां समाप्त हो रही हैं, और विलुप्त होने की कगार पर हैं। ऐसे में कई पशुओं को चिडियाघर और कई पक्षियों को बर्ड सेंचुरी में संरक्षित किया जा रहा है। जिससे की उनके जीवन को कोई खतरा न हो। ऐसी ही कई सेंचुरी में से एक है 'वेदांतगल पक्षी अभयारण्य' है, जो विश्व की कई दुर्लभ पक्षियों की प्रजातियों की रक्षा कर रहा है।
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30 हेक्टेयर की भूमि पर फैला वेदांतगल पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थित है। इस अभयारण्य में कई सारे प्रवासी पक्षी रहते हैं, जैसे- कॉमन सैंडपाइपर, ग्रे वाग्टेल, पिनटेल, गारगेनी और कई अन्य पक्षी। इस क्षेत्र में जानवरों और स्थानीय लोगों को शिकार से रोकने के लिए, इसे 1858 में स्थापित किया गया था। अगर आपने कभी भी इस पक्षी अभयारण्य के बारे में नहीं सुना है, और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को जरूर पढ़ें..
वेदांतगल पक्षी अभयारण्य भ्रमण का सही समय
अगर आप पक्षी प्रेमी है और उनकी आवाज सुनना चाहते है, उनके घोसलें देखना चाहते है तो नवंबर से लेकर मार्च तक कभी भी इस स्थल की सैर पर आ सकते हैं। आपको यहां खूब सारे पेड़-पौधे भी देखने को मिलेंगे और इन पर बैठे हुए रंग-बिरंगे पक्षी भी दिखेंगे। यहां की जलवायु स्थिति, पक्षियों के लिए बहुत अनुकूल है जिसकी वजह से आपको उनकी चहचहाहट सुनाई देती रहती है। PC: KARTY JazZ
वेदांतंगल पक्षी अभयारण्य तक कैसे पहुँचे
हवाई यात्रा: यदि आप हवाई मार्ग से चेन्नई जा रहे हैं, तो आप हवाई अड्डे से वेदांतंगल तक एक कैब ले सकते हैं। चेन्नई हवाई अड्डा, पक्षी अभयारण्य से लगभग 66 किमी की दूरी पर है।
रेल: वैसे तो चेन्नई और वेदांतंगल के बीच कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है। हालांकि, आप चेन्नई से चेंगलपट्टू तक एक ट्रेन ले सकते हैं और वहां से टैक्सी से वेदांतंगल तक जा सकते हैं।
सड़क मार्ग: चेन्नई शहर से 87 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, वेदांतंगल पक्षी अभयारण्य तक सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। आप बस में बोर्ड कर सकते हैं या सीधे चेन्नई से वेदांतंगल तक एक टैक्सी किराये पर ले सकते हैं।
चेन्नई से वेदांतंगल तक के तीन रास्ते हैं। इनमें से आप अपनी आसानी से कोई भी एक रास्ता चुन सकते हैं, जोकि निम्न प्रकार हैं:
रूट 1: मदुरवाल - वंडलुर - वेदांतंगल
रूट 2: मदुरवाल - श्रीपेरंबदुर - वेदांतंगल
रूट 3: अद्यार - कोवलम - वेदांतंगल
हालांकि इन तीनों ही रास्तों में सबसे आसान रास्ता रूट 1 है। इस रास्ते से जाने पर समय कम लगता है और आपको रास्ते में कई सुंदर नज़ारे भी देखने को मिलते हैं। आप रास्ते में कोलावाई झील, वंडलुर चिडियाघर और मदुरैवल में स्थानीय फूड का आनंद भी उठा सकते हैं।
कोलावी झील
गर्मियों के मौसम के दौरान, यह झील एक जलाशय की तरह काम करती है, और तमिलनाडु के कई हिस्सों में इसका पानी सप्लाई किया जाता है। आप सेंचुरी जाने के दौरान, कोलावी झील में ब्रेक ले सकते हैं, और यहां भी आपको परिवार के साथ आनंद आएगा। आप इस झील में बोटिंग भी कर सकते हैं और यहां छोटी-छोटी मछलियों को भी देख सकते हैं।Pc:Sarath Kuchi
वंडलुर चिड़ियाघर
इसे अरीगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। वंडलुर चिड़ियाघर, भारत में पहला सार्वजनिक चिड़ियाघर था और वर्तमान में यह भारत में सबसे बड़ा प्राणी उद्यान है। इस जू में वनस्पति और पशुओं की कुल 2553 प्रजातियां निवास करती हैं। यह चिडियाघर कुल 1565 एकड़ के इलाके में फैला हुआ है और यहां आप विभिन्न प्रकार के जानवरों और पौधों को देख सकते हैं। पर्यावरण प्रेमियों के लिए यह अच्छा स्थान है। अगर आप वेदांतगल बर्ड सेंचुरी जा रहे हैं तो इस स्थान पर रूक कर आनंद जरूर उठाएं।Pc:Vasanth Mohan
वेदांतगल पक्षी अभयारण्य
वेदांतगल पक्षी अभयारण्य पहुँचने पर, आप आराम से सैर-सपाटा कर सकते हैं, और अद्भुत पक्षियों को देख सकते हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यह जगह स्वर्ग समान है। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो इस जगह आप सुंदर से सुंदर क्लिक कर सकते हैं। परिवार और मित्रों के साथ इस जगह आने पर आपको सुकून महसूस होगा और अच्छा समय व्यतीत होगा।Pc:Vinoth Chandar
1. चिडियों को निहारना
इसमें कोई संदेह नहीं है कि वेदांतगल पक्षी अभयारण्य आकर सभी को अच्छा लगता है। इस स्थान पर इतनी ज्यादा वैरायटी की चिडियां देखने को मिलती हैं, कि आपको ऐसा लगेगा कि ये दुनिया की सबसे सुंदर जगह है। इस स्थान पर आपको स्पून बिल्स जैसी प्रवासी चिडियां भी देखने को मिलती हैं। ये चिडियां, बांग्लादेश, कनाड़ा, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका से आती हैं।Pc:Johnjeevinth
2. फोटोग्राफी
वेदांतगल पक्षी अभयारण्य में प्रकृति के कई रंग देखने को मिलते हैं। फोटोग्रार्फस के लिए यह जगह बहुत ख़ास है। यहां पर कई सुंदर क्लिक किये जा सकते हैं। दिन के दौरान, आपको सही लाइट भी मिलती है जिससे आप घूमते पक्षियों, उनके आवासों, घोसलों का भी क्लिक कर सकते हैं। अगर आपने फोटोग्राफी की शुरूआत की है, तो भी आप यहां आकर हाथ आजमा सकते हैं।Pc:Partha Siddharth
पिकनिक
इस स्थान का वातावरण बहुत ही शांत है, आप यहां पिकनिक भी मना सकते हैं और बिजी लाइफस्टाइल से दूर थोड़ा अच्छा समय बिता सकते हैं। यकीन मानिए, यहां आकर आप अपनी पूरी थकान भूल जाएंगे और प्रकृति में रम जाएंगे। बच्चों को भी यहां मजा आएगा।Pc:Karthik Easvur