बाबा रूद्र नाथ आश्रम ऊना जिले के अम्लेहर गांव में स्थित एक महत्वपूर्ण गंतव्य है। आश्रम को यहां हर साल आयोजित होने वाले मेले के कारण क्षेत्र में जाना जाता है जो प्रति वर्ष कुशहॉटपट्टीनी अमावस्या के दिन लगता है। यहां जन्मअष्टमी, मकर...
यह ऊना का प्रमुख पर्यटन स्थल है जो नैशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) के पास स्थित है। यह हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा गांव है। यहां से ऊना के प्रमुख स्थलों मंडी, हमीरपुर, और धर्मशाला के लिए जाया जा सकता है। इस जगह को अनमोल कालिया दावार के नाम से भी...
अम्ब हिमाचल प्रदेश में एक प्रसिद्ध पर्यटक गंतव्य स्थल है जो ऊना से 32 किमी. की दूरी पर स्थित है। पहले यह जगह जसवाल के राजाओं के बागानों के लिए प्रसिद्ध था। यह जगह धर्मशाला - ऊना - चंड़ीगढ़ रोड़ पर स्थित है। यह जगह बस से अच्छी प्रकार जुड़ी हुई...
शिव बारी एक लोकप्रिय धार्मिक केंद्र है जो हिमाचल के ऊना जिले में होशियारपुर - धर्मशाला रोड पर स्थित है। ये मंदिर हंस नदी के किनारे स्थित है अगर लोककथाओं की माने तो ये वो जगह है जहां महान गुरु द्रोणाचार्य अपने विद्यार्थियों को तीरंदाजी का अभ्यास करते थे।
इस...
यह एक प्रमुख गंतव्य स्थल है जो ऊना से लगभग 3 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह स्थल चारों तरफ से राधा कृष्ण, जुगा जहर पीर और माहिया सिद्ध जैसे धार्मिक स्थलों से घिरा हुआ है। यहां से 60 कदम की दूरी पर प्राचीन और ऐतिहासिक स्थल भी मौजूद...
सोलासिंघी धर को जसवान धर रेंज के नाम से भी जाना जाता है। यह ऊना से 14 किमी. दूर एक पहाड़ी है जो व्यास नदी के तट पर स्थित है। यह स्थल कांगरा जिले के पास पड़ता है जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
यह मंदिर ऊना के धार्मिक स्थलों में प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर हिंदू धर्म की पूज्यनीय देवी दुर्गा को समर्पित है। कई भक्तों द्वारा हर दिन इस मंदिर में दर्शन के लिए दौरा किया जाता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए होशियारपुर के रेलवे स्टेशन से रोडवेज के...
यह स्थल सोलह सिंधी धर पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित एक लोकप्रिय गंतव्य स्थल है। यहां से देखने पर कई अद्भूत नजारे देखने को मिलते है। गोविंद सागर झील को भी यहां से देखा जा सकता है।
पास में ही एक सिख मंदिर भी स्थित है जहां हर साल हजारों श्रद्धालु...
यह ऊना जिले में नारी गांव के पास स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो ऊना से 10 किमी. की दूरी पर बना हुआ है। यह मंदिर हिंदू धर्म के भ्रगवान शिव के रूद्रानंद को समर्पित है। इस मंदिर को 1850 में संतो द्वारा नहीं बल्कि स्वंय निर्मित मंदिर है।
यहां की...
धर्मशाला, ऊना से 62 किमी. दूर स्थित है। इस स्थल को बाबा नकोदर दास ने स्थापित किया था जो मुगल बादशाह अकबर के शासनकाल के दौरान महान संत हुआ करते थे। बाबा जी भगवान विष्णु के भक्त थे और अन्य पांच देवताओं की पूजा किया करते थे।
यहां दो...
यह जगह ऊना में बसौली गांव में एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जो शहर से 8 किमी. की दूरी पर स्थित है। यहां प्रतिदिन कई श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। हर गुरूवार को यहां एक मेले का आयोजन किया जाता है। जेठा विरवार के महीने में यहां काफी महत्व माना जाता है।...
इस गुरूद्वारे को स्थानीय लोग मंजी साहिब के नाम से जानते हैं। यह ऊना से 40 किमी. दूर स्थित एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित चारों तरफ सुंदर युकलिप्टुस के पेड़ के साथ घिरा हुआ यह गुरूद्वारा श्रद्धालुओं के दिल और मन में खास जगह बना...
यह ऊना का एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो शहर से 29 किमी. दूर कांगड़ा - होशियारपुर रोड पर स्थित है। यह जगह समुद्र स्तर से 3896 फुट की ऊंचाई पर बसी है जो पर्यटकों के बीच ट्रैकिंग के लिए काफी प्रसिद्ध है।
इस हिल स्टेशन पर चिंतपूर्णी...
इस किले को लोकप्रिय सोलह सिंधी किले के रूप में जाना जाता है। यह ऊना के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से गिना जाता है जो समुद्र स्तर से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस किले को कांगड़ा के राजा संसार चंद्र ने बनवाया था।
सिख महाराजा राजवंश के पहले...
यह मंदिर ऊना के बाहिया गांव में स्थित है। किंवदंती है कि पांडवो के परिवार के पुजारी का नाम धयूनसार था जिनका ज्रिक महाभारत में किया गया है। वह पुजारी भगवान शिव के भक्त थे। भगवान शिव ने उनसे प्रसन्न होकर उनको वरदान किया कि अगर कोई भक्त इस मंदिर...