वालपराई एक ऐसा हिल स्टेशन है जो कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है। समुद्र तल से 3500 फीट की ऊँचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन तमिलनाडू के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। वालपराई, अनामलाई पर्वत श्रेणी का एक भाग है और यह कोइम्बतुर जिले के अंतर्गत आता है। लगभग 170 साल पहले मानव बस्ती के बसने के बावजूद, इस हिल स्टेशन के अंतर्गत आने वाले कई पर्वतीय विस्तार आज भी सीमा से बंधे नहीं है।
यह ऐसा हिल स्टेशन है जहाँ आप मानव निर्मित चाय, कॉफ़ी के बागानों के साथ घने जंगल, जंगली जलप्रपात और गुनगुनाते हुए झरने एक साथ देख सकते हैं। अजहियर से वालपराई जाते समय रास्ते में कम से कम 40 हेयर पिन मोड़ हैं, फिर भी वालपराई जाने के लिए कमर कस लीजिये।
मैदानी भाग में स्थित पोल्लाची, वालपराई से सबसे नज़दीक का स्थान है और यह वालपराई से 65 किमी दूर है। कोइम्बतुर शहर वालपराई से लगभग 100 किमी दूर स्थित है।
वालपराई और इसके आसपास के पर्यटन स्थल
चिन्नाकलर फाल्स (जलप्रपात) के अतिरिक्त यहाँ देखने योग्य कई स्थल हैं। इस क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र बालाजी मंदिर है। निरार डैम, गणपति मंदिर और अन्नाइ वेलंकन्नी चर्च इस क्षेत्र के अन्य आकर्षण है जहाँ पर्यटक जा सकते हैं। शोलायार डैम के खूबसूरत दृश्य, ग्रास हिल्स (घास से ढंकी पहाड़ियां) और व्यू पॉइंट कुछ ऐसे पर्यटक स्थल हैं जहाँ वालपराई आने वाले पर्यटकों को अवश्य जाना चाहिए।
सदाबहार वनों की भूमि
वालपराई में मानव निर्मित पर्यटक आकर्षण नहीं के बराबर हैं बल्कि यहाँ कई घने जंगल, वन्यजीव अभयारण्य और जलप्रपात हैं। जंगल के कई भाग ऐसे हैं जो आज भी पर्यटकों की पहुँच से बाहर हैं। यहाँ कई वन्य जीव आकर्षण हैं जिन्हें आपको अवश्य देखना चाहिए।
एक उदाहरण है चिन्नाकल्लर, अत्यधिक बारिश होने के कारण इसे दक्षिण का “चेरापूंजी” भी कहा जाता है। इसके अलावा ग्रास हिल्स जो इंदिरा गांधी वन्य जीव अभयारण्य का भाग हैं। यह स्थान बागानों, चाय के कारखानों और डैम के लिए प्रसिद्ध भी है।
सुबह चाय के बागानों में टहलने पर, प्रकृति की गोद में आपको आत्मिक शांति प्राप्त होगी और आपका तनाव दूर होगा। इस स्थान का वन्यजीवन और प्राकृतिक सुंदरता उन लोगों की पसंदीदा हैं जिन्हें फ़ोटोग्राफ़ी का शौक है।
वालपराई कैसे पहुंचे
यह स्थान सडक और रेलमार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। वालपराई से सबसे नज़दीक का हवाईअड्डा कोइम्बतुर हवाई अड्डा है जो वालपराई से 120 किमी दूर है। सडक द्वारा वालपराई जाना आसान है। कोइम्बतुर से वालपराई जाने के लिए कैब्स उपलब्ध हैं और किराया भी साधारण ही है। कोइम्बतुर और पोल्लाची से बस द्वारा वालपराई जाना आसान है।
वालपराई का मौसम
यहाँ का मौसम वैसा ही है जैसा आम तौर पर एक हिल स्टेशन का होता है। सर्दियों और मानसून में मौसम काफ़ी ठंडा हो जाता है। इसलिए इन मौसमों के दौरान यहाँ आने की सलाह नहीं दी जाती। गर्मियों में यहाँ का मौसम बहुत सुहावना होता है और यह स्थान घूमने के लिए यही सबसे उत्तम मौसम है।