कादूवाईल जुमा मस्जिद, एक मुस्लिम संत कादूवाइल थंगल को समर्पित स्थल है। यह सुन्नी श्राइन, यहां के स्थानीय मुस्लिमों और धर्म में आस्था रखने वाले अन्य लोगों के लिए आकर्षण है। इसे कादूवईल थंगल जुमा मस्जिद या कादूवईल थंगल जुमा दरगाह के नाम से...
सरकारा देवी मंदिर, केरल में एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पर क्षेत्र की इष्टदेवी भद्राकाली की पूजा की जाती है। मंदिर में मूर्ति, उत्तर की ओर रखी हुई है। मंदिर की छत को पीतल से कवर किया गया है जो आयताकार आकार डिजायन करके लगाई गई है। मंदिर में अनगिनत...
पापनासम तट, तिरूवंनतपुरम से 45 किमी. दूर स्थित है। यह माना जाता है कि यहां बहने वाले झरनों के ताजे पानी में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है, जैसा कि तट का नाम है पापनासम यानि पापों का नाश कर देने वाला। भक्त यहां अपने मृत रिश्तेदारों की राख को...
कप्पिल झील, कोल्लम के रास्ते पर वर्कला शहर से 4 किमी. दूर उत्तर की दिशा में बहती है। यह एक अन्य अद्भूत पर्यटन स्थल है जो आकर्षण का केंद्र है। इस झील के किनारों पर शांत और चमकदार वातावरण देखने को मिलता है और अरब सागर का विस्तृत रूप,...
वर्कला सुंरग 924 फीट लंबी सुरंग है। इस सुंरग का निर्माण 1867 ई. में त्रावणकोर के दीवान टी. महाराव द्वारा किया गया था। इस सुंरग को पूरा होने में कुल 14 साल लग गए थे। यह एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट है। इसका निर्माण, अट्टींगल पैलेस के लिए किया गया था। वर्कला...
पोन्नूमथुरूथु द्वीप वर्कला से 12 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह एक रोचक, सुंदर पर्यटन बिंदु है और यहां तक क्रूज नाव के द्वारा पहुंचा जा सकता है। पोन्नूमथुरूथु को गोल्डन द्वीप के नाम से भी जाना जाता है। इस द्वीप में सदियों पुराना शिव - पार्वती मंदिर,...
वर्कला का शिवगिरी मठ, केरल के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक है। यह स्थल महान समाज सुधारक और दार्शनिक, श्री नारायण गुरू जी की समाधि या अन्तिम विश्राम स्थान है। इस महान आदमी ने संसार को एक जाति, एक धर्म और एक भगवान का उपदेश दिया था।
1904...
वर्कला लाइट हाउस, वर्कला के आसपास के क्षेत्र में स्थित नामीगिरामी पर्यटन स्थलों में से एक है। यह ऐतिहासिक हाउस, 17 वीं सदी के ब्रिटिश शैली की वास्तुकला की याद ताजा करती है। वर्कला लाइट हाउस 130 फीट ऊंचा खड़ा हुआ है। इसे 1684 ई. में ईस्ट इंडिया कपंनी...
वर्कला तट, तिरूवंनतपुरम के उत्तर में 54 किमी. की दूरी पर स्थित है। पहली सदी के अंत के बाद से एक हिंदू परंपरा के तहत इस तट को प्रसिद्ध वावू बेली द्वारा बनाया गया था। यह समुद्र तट हिंदू भक्तों के लिए उतना ही महत्व रखता है जितना 2000 साल पुराना बना...
अन्जेंगो फोर्ट, एक स्मारक है जिसे 1695 ई. में पुर्तगालियों द्वारा बनवाया गया था। यह किला, अन्जेंगो में स्थित है जो एक ऐसी भूमि है जहां एक तरफ गरजता समुद्र और दूसरी तरफ बैकवॉटर है। यह वर्कला के दक्षिण में 15 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह किला काफी ऐतिहासिक...
जनार्दन स्वामी, भारत का एक प्रसिद्ध वैष्णव मंदिर है। इस मंदिर को दक्षिण भारत का बनारस कहा जाता है जो 2000 साल पुराना है। यह मंदिर, पापनासम समुद्र तट के निकट ही स्थित है। यहां एक प्राचीन घंटी है जिसके लिए माना जाता है कि यह घंटी, एक डच जहाज के कप्तान...