विजयेश्वर मंदिर इद्रकीलाद्री पहाड़ पर स्थित है। इस मंदिर की मूर्तिकला बेहद उत्कृष्ट है और पर्यटक इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकते। यह मंदिर काफी प्रचीन है और इसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है। पौराणिक कथा के अनुसार शिकारी का रूप धारण कर आए भगवान शिव पर विजय...
ऐसा माना जाता है कि मोगलराजपुरम की गुफाओं की खोज 5वीं शताब्दी में खुदाई के दौरान की गई थी। दक्षिण भारत में यह अपने तरह की एकमात्र गुफा है। वर्तमान में खंडहर में तब्दील हो चुकी गुफा में चट्टान को काट कर बनाई गई पांच गर्भगृह है। गुफा में भगवना नटराज और भगवान विनायक...
विजयवाड़ा का गांधी स्तूप गांधी हिल्स पर स्थित है। यह भारत का पहला ऐसा गांधी स्मारक है, जो सात स्तूप से बनाया गया है। यह पहाड़ी पर 500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। 52 फीट ऊंचें इस स्तूप का उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति जाकिर हुसैन द्वारा 1968 में किया गया था। इस स्मारक...
130 एकड़ में फैला भवानी द्वीप कृष्णा नदी पर स्थित है। यह द्वीप प्रकाशम बांध क पास में ही स्थित है और इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। यह कृष्णा नदी के सबसे बड़े नदी द्वीपों में से एक है। आज यह द्वीप एक चर्चित पर्यटन स्थल के रूप में सामने आया है और यह स्वीमिंग से...
श्री नगाराला महालक्ष्मी अम्मवरी मंदिर चीतीनगर क्षेत्र में स्थित है। इस मंदिर का रखरखाव नगाराला समुदाय द्वारा किया जाता है और इसी आधार पर मंदिर का नामकरण हुआ है। श्री नगाराला महालक्ष्मी अम्मवरी मंदिर विजयवाड़ा के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। दशहरा इस मंदिर...
प्रकाशम बांध को कृष्णा नदी पर बनाया गया है। इस बांध से यहां पर एक खूबसूरत झील का निर्माण हुआ है। बांध से इस झील का विहंगम नजारा देखने को मिलता है। यह बांध 1223.5 मीटर लंबा है और कृष्णा जिला को गुंटूर जिला से जोड़ता है। प्रकाशम बांध का निर्माण 1852 से 1855 के बीच...
अक्कन्ना और मादन्ना की दो गुफाओं को चट्टान काट कर बनाया गया है। इसका नामकरण 17वीं शताब्दी में इस क्षेत्र पर शासन करने वाले अब्दुल हसन तानाशाह के दो मंत्रियों के नाम पर किया गया है। ये दोनों मंत्री गुफा के निर्माण से जुड़े हुए थे।
कहा जाता है कि इस गुफाओं...
कनक दुर्गा मंदिर इंद्रकीलाद्री पहाड़ की चोटी पर बना है। कृष्णा नदी यहीं से होकर बहती है। यह मंदिर शहर की देवी कनक दुर्गा को समर्पित है। महाभारत के पौराणिक कथाओं के अनुसार अर्जुन को यहीं पर शक्तिशाली अस्त्र पाशुपथ की प्रप्ति हुई थी, जिसके बाद उन्होंने देवी के नाम...
सुब्रमण्या स्वामी मंदिर शहर का एक महत्वपूर्ण मंदिर है। यह मंदिर इंद्रकीलाद्री पर्वत पर है और इसका आगे का हिस्सा कृष्णा नदी और शहर की ओर है। स्कंडा शाष्ठी मंदिर में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है और इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालू आते हैं। सुब्रमण्या स्वामी...
विजयवाड़ा के मुस्लिम समुदाय में हजरत बल मस्जिद का विशेष धार्मिक महत्व है। यह मस्जिद अपनी वास्तुशिल्पीय बनावट के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां पैगंबर मोहम्मद की निशानियों को भी प्रदर्शनी के लिए रखा गया है। इस कारण यहां पूरे देश से पर्यटक आते हैं।
विजयवाड़ा के पास में ही स्थित गुनाडाला या सेंट मैरी चर्च एक चर्चित धार्मिक स्थल है। पहाड़ी पर बने इस चर्च में एक आइरन क्रॉस बना हुआ है। यहां हर साल एक वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। चर्च के अंदर एक म्यूजियम भी है...
विक्टोरिया जुबली रीजनल म्यूजियम पुरातत्व प्रेमियों का एक बड़ा आकर्षण है। म्यूजियम में प्रचीन काल की खुदी हुई मूर्तियां, प्रतिमाएं, पेंटिंग, शस्त्र, शिलालेख और अन्य चीजों का विशाल संकलन है। इसका रखरखाव विजयवाड़ा पुरातत्व विभाग द्वारा किया जाता है।
छोटे बच्चों के लिए सिबार डिज्नी किसी स्वर्ग से कम नहीं है। शहर से 8 किमी दूर स्थित यह पार्क परिवार के साथ मनोरंजन का एक बेहतरीन जरिया है। इस पार्क में आपको वाटर स्लाइडर, पूल, राइड, फूड कोर्ट, गिफ्ट शॉप आदि मिल जाएंगे। अगर आप बच्चों के साथ घूमने जा रहे हैं तो सिबार...
राजीव गांधी पार्क विजयवाड़ा का एक चर्चित स्थान है। शहर में प्रवेश के साथ ही आपको इस पार्क की झलक मिल जाएगी। इस पार्क को विजयवाड़ा नगर निमग में बनवाया था और उन्हीं के द्वारा इसका रखरखाव भी किया जाता है। सोमवार को छोड़कर हर शाम पार्क में म्यूजिकल फाउंटेन शो का भी...
उंडावल्ली की गुफाएं विजयवाड़ा से 6 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इस गुफा को बलुआ पत्थर के पहाड़ को काट कर बनाया गया है। इन गुफाओं का अस्तित्व चौथी और पांचवीं शताब्दी से मिलता है। यह गुफा चार तल्ला है और इसमें भगवान विष्णु की एक प्रतिमा भी रखी हुई है।
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