वोखा राज्य के दक्षिणी हिस्से में जिला मुख्यालय और एक शहर है। यहाँ नगालैंड में सबसे बड़े जनजातियों लोथाओं का निवास है। अपने इतिहास के अधिकांश हिस्से में देखें तो, यह जगह नागालैंड के अधिकांश अन्य भागों की तरह बाहरी दुनिया से अलग बनी रही है। ऐसा केवल वर्ष 1876 में ही हुआ था जब ब्रिटिश यहाँ आये थे और इसे असम के तहत नागा हिल्स जिले का मुख्यालय बनाया। वोखा कई पहाड़ियों और मेड़ों से घिरा हुआ है, जो इसे पर्यटन का सुंदर और लोकप्रिय स्थान बनाता है। यह अपने उत्तर की ओर मोकोकचुंग जिले से घिरा हुआ है और पूर्व की ओर जुन्हेबोटो और पश्चिम में असम से घिरा हुआ है।
वोखा में पर्यटन
लोथा आदिवासी वोखा आने वाले पर्यटकों का बेहद खुले दिल से स्वागत करते हैं। इस जगह के मुख्य त्यौहार तोखू, पिखुचक और ईमोंग हैं, जिनपर यदि आप जाएंगे तो स्थानीय नृत्य और संगीत के सर्वोत्तम आयोजन देख सकते हैं। शहर अपने शॉल जो एक विशेष तकनीक द्वारा हाथ से बनाये जाते हैं, के लिये प्रसिद्ध है यह तकनीक कई पीढ़ियों से चली आ रही है। वोखा में तीयी पहाड़, तोत्सु चोटी, और दोयांग नदी समेत कई पर्यटन आकर्षण हैं।
एक महत्वपूर्ण बात ध्यान देने योग्य है कि भारतीय नागरिकों को नागालैंड राज्य में प्रवेश करने के लिये आंतरिक सीमा परमिट लेना अनिवार्य होता है। यह एक साधारण यात्रा दस्तावेज है, जो नई दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी या शिलांग में स्थित नागालैंड हाउस से प्राप्त किया जा सकता है। पर्यटक परमिट के लिये दीमापुर, कोहिमा और मोकोकचुंग के उपायुक्त कार्यालय में भी आवेदन कर सकते हैं।