जाइरो की टैली घाटी साहसिक व्यक्तियों को प्रकृति के हर पहलू को भरपूर जीने के पर्याप्त मौके देती है। यह ट्रेकिंग के लिये प्रसिद्ध है और एक आदर्श पर्यटक स्थान है। यहाँ के चीड़ के सुन्दर जंगल और बाँस, ऑर्किड, रोडोडेन्ड्रॉन और देवदार के पेड़ पर्यटकों के लिये मनमोहक दृश्य सृजित करते हैं।
प्रसिद्ध टैली घाटी वन्य जीव अभ्यारण्य अरुणाचल प्रदेश के जाइरो से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। यह एक पठार पर स्थित है। अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा घोषित यह वन्यजीव अभ्यारण्य कई पौधों और जीवों के साथ-साथ लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है। क्लाउडेड तेंदुआ यहाँ की दुर्लभ प्रजातियों में से एक है। इसमें एक प्राकृतिक वनस्पति उद्यान है जिसमें कई प्रकार के सुन्दर ऑर्किड् पाये जाते हैं।
टैली घाटी में पूरे देश के 40 प्रतिशत पौधों और वन्यजीवों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। पाँगे कैंप अभ्यारण्य का प्रवेश द्वार है। करींग, सीपू और सुबन्सिरी नदियाँ अभ्यारण्य से होकर गुजरती हैं। फरवरी से अक्टूबर के कृषि के महीनों में यहाँ आकर आप पूरे विश्व की प्रकृति के चटकीले और अनोखे रंग यहाँ देख सकते हैं।