कुलधारा, जैसलमेर शहर से 25 किमी की दूरी पर स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक गांव है। यह एक डरावना गांव है जहाँ पर्यटकों को सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच ही जाने की अनुमति है। 200 वर्ष पुराने मिट्टी के घरों को यहाँ देखा जा सकता है। इतिहास के अनुसार, इस गांव में लगभग 500 वर्षों के लिए पालीवाल ब्राह्मण बसे थे। यहाँ के क्रूर शासकों द्वारा उन्हें इस गांव को छोड़ने पर मजबूर किया गया था। इसलिए लोगों का मानना है कि इस गांव को पालीवाल ब्राह्मण द्वारा शाप दिया गया था।