झालावाड़ किले को गढ़ महल के नाम से भी जाना जाता है और यह झालावाड़ शहर के मध्य स्थित है। महाराजा राणा मदन सिंह ने इस किले को 1840-1845 के दौरान बनवाया था। आजकल जिलाधीश कार्यालय (कलेक्टोरेट) और कई अन्य सरकारी कार्यालय इस किले में है। महाराजा के उत्तराधिकारियों ने इस जगह की सुंदरता को बढाने के लिए यहाँ कई खूबसूरत चित्र लगाए हैं।
ये चित्र आज भी कमरों में रखे हुए हैं और इन्हें संबंधित अधिकारियों की अनुमति लेकर ही देखा जा सकता है। ज़नाना खास को महिलाओं का महल भी कहा जाता है। ज़नाना महल दर्पण और दीवारों पर भित्तिचित्रों से अलंकृत है। यह हाडोती कला विद्यालय (हाडोती स्कूल ऑफ़ आर्ट) का उत्कृष्ट उदाहरण है।