राजस्थान के अलवर जिले में जयपुर से 110 किमी की दूरी पर स्थित 'सरिस्का' एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह स्थान 1995 में स्थापित सरिस्का राष्ट्रीय बाघ अभ्यारण के लिए प्रसिद्ध है। वर्ष 1979 में इस अभ्यारण को एक राष्ट्रीय पार्क का दर्जा हासिल हुआ। यह दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
सरिस्का बाघ अभ्यारण
यहां प्रत्येक तरह के विभिन्न किस्म के वन्यजीव जैसे तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, लंगूर, लकड़बग्घा, सांभर और सुनहरा सियार, सरिस्का राष्ट्रीय पार्क को जंगल सफारी के लिए एक आदर्श गंतव्य स्थल बनाते हैं। यह पार्क किंगफिशर, सैंड ग्राउस, गोल्डन बैक, और कठफोड़वा समेत बड़ी संख्या में पक्षियों को आकर्षित करता है। टाइगर रिजर्व के अंदर निजी वाहनों को ले जाने की अनुमति नहीं हैं,तथा पर्यटक जीप या हाथी की सवारी से वन अभ्यारण मे सफारी का आनन्द लेने ले सकते हैं।
किले,मंदिर और झील
सरिस्का में बहुत सारे किले,मंदिर,और झीलें भी है। 17वीं सदी में जयसिंह द्धितीय द्वारा बनवाये हुये कनकावड़ी किले का बहुत ऐतिहासिक महत्व है। इस क्षेत्र में स्थित अन्य स्मारकों में भानगढ़ का किला,प्रतापगढ़ का किला और अजबगढ़ का किला शामिल हैं।
यहाँ स्थित मंदिरों में से कुछ मंदिर जैसे पांडुपोल का हनुमान मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर और भर्तहरि मंदिर ऐसे मंदिर हैं जो देश भर से भक्तों को यहां आकर्षित करते हैं। रमणीय पिकनिक स्पॉट के रूप में दो सुंदर जल निकाय -सिलीसेड झील और जय समंद झीलें यहां हैं। सरिस्का पैलेस जो कभी महाराजा जय सिंह का शिकारगाह था, इस गंतव्य स्थल का एक और लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है।
सरिस्का पहुँचना
सड़कों का एक अच्छा नेटवर्क राजस्थान के अन्य सभी शहरों से सरिस्का को जोड़ता है। दिल्ली सरिस्का से 200 किमी और जयपुर 110 किमी की दूरी पर स्थित हैं यहां के लिए बसें उपलब्ध हैं। 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जयपुर का सांगानेर हवाई अड्डा निकटतम एयरबेस है। इसके अलावा, पर्यटक गंतव्य से 36 किमी की दूरी पर स्थित अलवर रेलवे स्टेशन से भी सरिस्का पहुँच सकते हैं।
सरिस्का यात्रा करने के लिए भ्रमण समय ?
सरिस्का घूमने के लिए सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च तक होता है क्योंकि इस समय मौसम शांत होता है। मार्च - अप्रैल के दौरान मनाया जाने वाला गणगौर त्योहार इस क्षेत्र का एक लोकप्रिय त्योहार है।