त्रियम्बकेश्वर समूह, ऐहोल के प्रमुख मंदिरों में से एक है जो यहां का मुख्य आकर्षण माना जाता है। इस परिसर में कई मंदिर स्थित है जिनमें से त्रिकुटचलस और मद्दीनागुडी प्रमुख है। त्रिकुटचलस मंदिर का शाब्दिक अर्थ होता है - त्रिकोशकीय मंदिर। इस मंदिर का निर्माण 11 वीं सदी से शुरू होकर 12 वीं सदी तक करवाया गया था। पर्यटकों को ऐहोल की यात्रा पर त्रियम्बकेश्वर समूहों के मंदिरों में दर्शन की सलाह दी जाती है। इस मंदिर में भगवान नटराज की एक सुंदर मूर्ति भी स्थित है। मंदिर के मुख्य परिसर में पार्श्वनाथ भगवान का मंदिर भी स्थित है।