अमरावती में पुरातत्व संग्रहालय कृष्णा नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। संग्रहालय अमरावती के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बाहरी लोगों को अपने इतिहास और संस्कृति एवं क्षेत्र की परंपराओं को समझने में मदद करता है। संग्रहालय, भारतीय कला के इतिहास के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमरावती ऐतिहासिक कला और शिल्प के ऐतिहासिक नमूनों को संग्रहालय में अच्छी तरह से प्रदर्शित करता है।
संग्रहालय में प्रदर्शित बुद्ध मूर्तियां तीसरी सदी के आरम्भ को प्रदर्शित करती हैं। उसके बाद, कुछ वस्तुएं अमरावती की परम्पराओं को प्रदर्शित करती हैं जैसे कमल और पुरानकुम्भा रूपांकन जो अमरावती की परंपरागत पहचान हैं। ये अमरावती के लोगों के अच्छे जीवन समय और धन का प्रतीक हैं।
संग्रहालय में वस्तुएं ऐतिहासिक काल की हैं, अतः यह अमरावती के अस्तित्व का पर्याय बन गया है। संग्रहालय पहुंचकर पर्यटक इतनी जानकारी हासिल कर लेता है, कि वह कई इतिहास की पुस्तकों के माध्यम से प्राप्त नहीं कर सकता।