ऐश्मुक़म धार्मिक स्थल, अनंतनाग का एक प्रमुख पर्यटन स्थान है, जिसका निर्माण ईसा पश्चात 15 वीं शताब्दी में हुआ था। इस धार्मिक स्थल का निर्माण शेख जेनुद्दीन के सम्मान में किया गया जो प्रसिद्द रेशी शेख नूर-उद्-दीन के शिष्यों में से एक थे। इसलिए यह स्थान विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
ऐसा कहा जाता है कि हज़रत जेनुद्दीन ने अपना समय अल्लाह के उपदेशों में बिताया। इस उद्देश्य के लिए हज़रत जेन उद् दीन वली ने स्वयं को गुफ़ा में सीमित कर लिया। ऐश्मुक़म में सालाना उर्स और जूल त्यौहार के हजारों की संख्या में भक्त आते हैं।