शेष शैय्या भगवान विष्णु की एक 65 फीट लंबी प्रतिमा है। इसी जगह से चरणगंगा नदी की उत्पत्ति होती है। बांधवगढ़ पहाड़ पर स्थित शेष शैय्या बांधवगढ़ नेशनल पार्क का एक मात्र ऐसा स्थान है, जहां आपको पैदल ही जाना होगा। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, भगवान विष्णु यहां सात फन वाले सांप यानी शेष नाग पर सोने की मुद्रा में विराजमान हैं।
इस प्रतिमा की डिजाइन काफी प्राचीन है। इसमें शेष शैय्या देवी एक हरे पूल में है, जो कि चरणगंगा नदी का स्रोत है। एक प्रसिद्ध पौराणिक कथा के अनुसार चरणगंगा नदी की उत्पत्ति भगवान विष्णु के पैर से हुई है, जिससे इस नदी के पानी को काफी पवित्र माना जाता है।
इस जगह पर कई फलों के वृक्ष हैं, जिससे हॉर्नबिल सहित कई पक्षियां यहां आते हैं। चूंकि यह एक पवित्र तीर्थ स्थल है, इसलिए दिवाली के अवसर में यहां काफी श्रद्धालु जमा होते हैं।