कर्नाटक हाई कोर्ट अपनी परंपरागत डिजाइन के लिए जाना जाता है। यह अंबेडकर विधि रोड पर राज्य विधान सभा विधान सौदा के ठीक सामने बना हुआ है। अदालत का कामकाज जिस भवन में होता है, वह लाल ईंट से बना है और उसे अट्टारा कचेरी कहते हैं। इसकी स्थाना 1884 में की गई थी। तब यह तत्कालीन मैसूर राज्य का सबसे बड़ा कोर्ट हुआ करता था।
1921 में इसका नाम बदलकर कर्नाटक हाई कोर्ट कर दिया गया। अट्टारा कचेरी का शाब्दिक अर्थ होता है अठारह कार्यालय। ये भवन नियोक्लासिकल वास्तुशिल्प स्टाइल का एक बेहतरीन उदाहरण है। पहले इस भवन को ओल्ड पब्लिक हाउस के नाम से जाना जाता था। जब मैसूर के अठारह पब्लिक विभाग को टीपू सुल्तान महल से इस भवन में शिफ्ट कर दिया गया तो इसका नाम अट्टारा कचेरी पड़ा।
एक समय इस भवन को ध्वस्त करने का मन बना लिया गया था। हालांकि जनहित याचिका लगाने के बाद इसे बचा लिया गया।