नंजनगुड मैसूर जिले में छोटा सा कस्बा है। यह समुद्री तट से 2155 फीट की ऊंचाई पर है। नंजनगुड पर कई शासनकारों ने राज किया, पर इनमें से प्रमुख हैं गंगा राजवंश, होय्सला राजवंश और मैसूर वोडेया। कहा जाता है कि श्री रंगपट्टना के राजा हैदर अली और टीपू सुल्तान का नंजनगुड शहर से गहरा नाता था।
शहर के बारे में कुछ प्रमुख तथ्य
भगवान नंजूनडेशवर के नाम पर इस शहर का नाम नंजनगुड रखा गया है। यह एक शिव मंदिर है। कहा जाता है की भगवान शिव ने पृथ्वी पर जीवन बचाने के लिए समुद्र से मंथन किया ज़हर पी लिया था। इस लिए इसे दक्षिण काशी कहा जाता है। यह धारणा है की मंदिर के दर्शन से भक्तों के कष्टों का निवारण होता है।
नंजनगुड के अन्य पर्यटन स्थल
यहां देखने योग्य दो प्रमुख स्थल हैं। वे है श्री राघवेन्द्र स्वामी मठ और परशुराम शेत्र।
कैसे जाएं नंजनगुड
यह बंगलोर से 163 कि.मी दूर है और मैसूर से 30 कि.मी दूर है। आप यहाँ रेल मार्ग या रोड मार्ग की सहायता से पहूँच सकते हैं। नंजनागूड एक धार्मिक स्थल तो है ही, पर अब यह व्यापारिक दृष्टि से भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
नंजनगुड का मौसम
नंजनगुड में सबसे ज्यादा पर्यटक जाड़े के समय में आते हैं इस दौरान यहां का मौसम बहुत अच्छा रहता है।