समु्द्र तट से 2444 मीटर की ऊंचाई पर सिद्ध यह क्रिकेट मैदान, विश्व के सब से ऊँचे स्थित मैदानों में से एक है। यह क्रिकेट मैदान के साथ साथ पोलो मैदान भी है जिसका निर्माण 1893 में पटियाला के राजा भूपिंदर सिंह ने किया था। इसके आस पास कई देवदार के पेड़ है और आज यह चैल सैन्य पाठशाला के अंतर्गत है जो इसका उपयोग खेल मैदान के रूप में करते हैं।