चंबल अभयारण्य में कई तरह से घूमा जा सकता है। केमल सफारी तो एक विकल्प है ही, साथ ही जीप सफारी के जरिए भी आप चंबल अभ्यारण्य के रोमांच से रू-ब-रू हो सकते हैं। जीप सफारी के जरिए आप घुमावदार पगडंडियों, ऊंची-नीची घाटियों, नदी के किनारे, छोटी-छोटी झाड़ियों, गांवों और आतेर किला होते हुए इस अभयारण्य को और करीब से देख सकते हैं।
इस सफर के दौरान आप नदी में रहने वाले घड़ियाल, ऐलगेटर और दुर्लभ डॉल्फिन को देख सकते हैं। इस अभयारण्य में पक्षियों की करीब 330 तरह की प्रजातियां हैं और साल दर साल इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है। आप यहां स्थानीय पक्षियों के अलावा बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षियों को भी देख सकते हैं। दरअसल यह अभयारण्य महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र आईएन122 के रूप में सूचिबद्ध है।
जीप सफारी के जरिए आप यमुना नदी पर बातेश्वर स्थित मंदिर परिसर भी जा सकते हैं। इस परिसर में 100 से ज्यादा मंदिर हैं, जो भागवान शिव का समर्पित हैं।