यह फॉरेस्ट ईकोटूरिज्म कैंपसाइट जांबुघोड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य से रतनमहल अभ्यारण्य जाने के क्रम में पड़ता है। नदी के किनारे पर स्थित यह कैंपसाइट यहां पाए जाने वाली उड़ने वाली गिलहरी के कारण जाना जाता है। आप इन गिलहरियों को शाम के समय देख सकते हैं। आसपास में रहने वाले जनजातीय लोगों की निर्भरता इस जंगल पर बहुत ज्यादा है। इस कैंपसाइट में आपको रंगभूमि, अलग रसोईघर व भोजनकक्ष और कैंपफायर की जगह जैसी सुविधाएं भी है।