कारामदाई रंगनाथ मंदिर, कोयंबटूर शहर से 30 किमी. दूरी पर स्थित है। यह मेत्तुपलायम राजमार्ग पर स्थित है और यहां तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह मंदिर एक सुंदर स्थान पर बनाया गया है। इस मंदिर की पृष्ठभूमि में नीले रंग के पहाड़ स्थित है जो यहां का मनोरम दृश्य प्रदान करते है। इस मंदिर को तिरूमलाई नायाक्कर के द्वारा बनवाया गया था, इस मंदिर में कई दीवारों और मंडपों का निर्माण भी उनके द्वारा ही करवाया गया था।
ऐसा माना जाता है कि कारीकाला चोजाहन और मैसूर के राजा कृष्णाराजा वोडयार, दोनो ने मिलकर इस मंदिर के रखरखाव और मरम्मत में अपना योगदान दिया था। स्थानीय किवंदंती के अनुसार, एक ब्रिटिश इंजीनियर, रेल लाइन को इस मंदिर के बीच से निकालने की कोशिश कर रहा था, जिससे यहां के स्थानीय लोग और स्वंय भगवान भी नाराज थे, उन लोगों ने भगवान से प्रार्थना की।
भगवान ने स्वयं, इंजीनियर को सपने में सफेद घोड़े पर बैठकर दर्शन दिए। जिससे इंजीनियर ने उस प्रोजेक्ट के खिलाफ फैसला लिया और भगवान को समर्पित एक मूर्ति बनवाई, जिसमें वह सफेद घोड़े पर सवार है।