धरमगढ, ओडिशा के कालाहांडी जिले का एक उप संभागीय मुख्यालय है जिसे आमतौर पर कालाहांडी के अन्न भंडार के रूप में जाना जाता है। धरमगढ में पूरे ओडिशा राज्य में सबसे ज्यादा चावल का उत्पादन किया जाता है। धरमगढ शहर को सबसे ज्यादा ख्याति यहां स्थित मंदिरों के कारण प्राप्त हुई है। हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक, धरमगढ पर्यटन की ओर आकर्षित होते है, वह यहां स्थित पहाडियों, मंदिरों, झरनों, घास के सुंदर मैदानों को देखकर प्रफुल्लित हो जाते है।
धरमगढ और उसके आसपास स्थित पर्यटन स्थल
धरमगढ श्री अरविंदो और श्री मां का पवित्र घर है। धरमगढ पर्यटन में पर्यटकों की भारी आमद को देखा जा सकता है जो यहां के केंद्र में शांति और दिव्यता का अनुभव प्राप्त करने आते है। धरमगढ में राजसी झरने, अमपानी और ढोकारी चंचारा भी स्थित है जो बेहद सुंदर है। इस शहर में कई प्राचीन मंदिर स्थित है।
गुदाहांडी यहां का ऐसा स्थान है जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है और यहां कई प्राचीन अवशेष भी पाएं जाते है। यहां का इंद्रावती बांध, मुक्तीगुदा में घने जंगलों के बीच स्थित है और यहां की पहाडियां और जंगल पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। यहां के छोटे - छोटे गांव जैसे खैरपादर और गोलामुंडा काफी सुंदर दृश्यों वाले स्थल है।
धरमगढ में कोकसारा एक अन्य छोटा गांव है और यह पूरा गांव कई कलाकारों के द्वारा विभिन्न पत्थरों की डिजाइन से बनाया गया है। यहां स्थित कई प्राचीन मंदिर जैसे - शिव मंदिर, धनतेश्वरी मंदिर, बुद्धराजा मंदिर और श्री जगन्नाथ मंदिर काफी विख्यात है।
धरमगढ की यात्रा का सबसे अच्छा समय
धरमगढ की यात्रा का सबसे अच्छा समय सितम्बर से मार्च के दौरान होता है।
धरमगढ कैसे पहुंचे
धरमगढ, दक्षिण ओडिसा का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है और यह सभी प्रकार के यातायात साधनों से जुड़ा हुआ है। यहां रेल और सड़क सुविधा, पर्यटकों के लिए आसानी से उपलब्ध है। धरमगढ के लिए राज्य के कई शहरों से बसों को विशेष रूप से पर्यटकों के लिए चलाया जाता है। धरमगढ की सैर, ओडिसा के पर्यटन पैकेज में भी दी जाती है। कई ट्रैवल कंपनी भी धरमगढ तक के लिए पर्यटन सुविधा प्रदान करती है।