Tuljapur - The Abode Of Tulja Bhavani
Tuljapur is a marvel of a pilgrim centre that has seen an ever increasing influx of tourists and devotees alike for several years now. The Tulja Bhawani Temple in Tuljapur is the most prominent attraction that is the reason behind the magnifying quantity of pilgrims this small village sees so......
आभानेरी - एक प्रसन्न देवी का हेमलेट
आभानेरी, जयपुर - आगरा रोड पर जयपुर से 95 किमी की दूरी पर स्थित है । ये राजस्थान के दौसा जिले में एक गांव है । जो अपने सीढ़ीदार कुओं के कारण लोगों के बीच खासा लोकप्रिय है । यहाँ स्थित चंद बावरी अपने सुन्दर विशाल सीढ़ीदार कुओं की वजह से हमेशा ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है । ऐसा माना जाता......
आदिलाबाद पर्यटन – विभिन्न संस्कृतियों के मिलन को प्रदर्शित करता एक शहर
आदिलाबाद एक नगरपालिक शहर है जो आदिलाबाद जिले में स्थित है। इस शहर में जिले का मुख्यालय भी है। आदिलाबाद जिला, दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश राज्य का एक भाग है। स्थानीय मिथकों के अनुसार इस शहर को इसका नाम मुहम्मद आदिल शाह से मिला है जो किसी समय बीजापुर के शासक थे। आदिलाबाद का इतिहास बहुत रोचक है......
अडूर – परम्पराओं का एक मिश्रण
केरल के पथानामथिट्टा जिले में स्थित अडूर एक पारंपरिक शहर है जो अपनी संस्कृति, मंदिरों, त्योहारों और स्थानों के लिए जाना जाता है। अडूर शहर, तिरुवनंतपुरम से लगभग 100 किमी. की दूरी पर और एर्नाकुलम से लगभग 140 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह सामरिक स्थिति इसे दोनों शहरों के लिए प्रवेश द्वार बनाती है।......
अगरतला पर्यटन - महलों और मंदिरों का शहर
पूर्वोत्तर भारत में गुवाहाटी के बाद अगरतला सबसे महत्वपूर्ण शहर है। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला क्षेत्रफल और जनसंख्या की दृष्टि से इस क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। बांग्लादेश से सिर्फ दो किमी दूर स्थित यह शहर सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध है। अगरतला त्रिपुरा के पश्चिमी भाग में स्थित है और हरोआ......
ऐहोल-पत्थरों की वास्तुकला का नायाब नमूना
अगर आप आस्थावान है और पुरानी कलाओं के कद्रदान है तो ऐहोल घूमने जरूर जाएं। पुरातत्व प्रेमियों को सच में इस जगह से प्यार हो जाएगा। कर्नाटक राज्य के बंगलौर शहर से 483 किमी. दूर यह शहर मालाप्रभा नदी के किनारे पर बसा है। यहां के मंदिरों में चालुक्य राजवंश के दौर की वास्तुकला देखने को मिलती है।......
अजमेर - अरावली की गोद में एक रत्न
अजमेर राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित है जो राज्य का पाँचवा बड़ा शहर है और राजधानी शहर जयपुर से 135 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पहले इसे अजमेरे या अजयमेरु के नाम से जाना जाता था। यह शहर अरावली श्रेणी के बाजू में स्थित है। देश के सबसे पुराने पहाड़ी किलों में से एक तारागढ़ किला अजमेर शहर की रक्षा......
अलंगुडी पर्यटन - बृहस्पति देव को समर्पित नवग्रह मंदिर
तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले में स्थित अलंगुडी एक बेहद सुन्दर और दर्शनीय गाँव है। यह मन्नरगुडी के पास स्थित कुम्भकोणम से लगभग 17 किमी दूर है। अलंगुडी से सबसे नजदीकी शहर कुम्भकोणम है। यहाँ पर नवग्रह मंदिर स्थित है जो की ज्यूपिटर (बृहस्पति और गुरु ) गृह को समर्पित है।अलंगुडी श्री अबाथसहायेश्वरर मंदिर......
अल्छी - शांति की ओर
लद्दाख के लेह जिले में स्थित एक प्रसिद्ध गाँव है- अल्छी। हिमालय पर्वत क्षेत्र के बीच, लेह से 70कि.मी. दूर यह गाँव सिंधु नदी के किनारे है। यह गाँव अल्छी नाम के एक प्राचीन मठ के लिए जाना जाता है। क्या ख़ास है अल्छी के आस पास अल्छी मठ, लद्दाख के प्रसिद्ध पर्यटन केंद्रों में से एक है। जहाँ लद्दाख के......
अलीबाग - एक छोटा व सुंदर शहर
रायगढ़ जि़ले के कोंकण क्षेत्र में स्थित अलीबाग, महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर बना एक छोटा सा शहर है। यह मुंबई की प्रसिद्ध मैट्रो के पास है। अलीबाग का अर्थ है, अली का बाग। किंवदंतियों के अनुसार अली ने बहुत सारे आम और नारियल के पेड़ लगाए थे। 17वीं शताब्दी में बनी इस जगह की उन्नति शिवाजी महाराज ने की......
अलीगढ़ पर्यटन - अलीगढ़ पर्यटन में ताले के इतिहास पर एक नजर
अलीगढ़ भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्थित एक शहर है।यह शहर अध्ययन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है तथा प्रसिद्ध अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय सहित कई अन्य शिक्षण संस्थानों के लिये जाना जाता है। अलीगढ़ का एक लंबा इतिहास रहा है यहीं पर फ्रेंच और ब्रिटिश के बीच अली घुर......
इलाहाबाद पर्यटन: संगम का पवित्र स्थल
उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा शहर इलाहाबाद कई मामलों में बेहद महत्वपूर्ण शहर है। यह न सिर्फ हिन्दुओं का महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, बल्कि आज के भारत को बनाने में भी इसकी अहम भूमिका रही है। पहले प्रयाग के नाम से प्रसिद्ध इलाहाबाद का वर्णन वेदों के साथ-साथ रामायण और महाभारत में भी मिलता है। इलाहाबाद का......
अल्मोड़ा - जहां प्रकृति भी खुद पर इतराती है
सुयाल और कोसी नदी के बीच 5 किमी लंबी घोड़े की पीठ के आकर की पहाड़ी पर बसा अल्मोड़ा कुमाऊं क्षेत्र का बेहद चर्चित हिल स्टेशन है। हरे भरे सुंदर जंगलों से घिरा यह शहर समुद्र तल से 1651 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां चंद वंश और कत्यूरी वंश ने 15वीं और 16वीं शताब्दी में शासन किया था। अल्मोड़ा की......
अमरावती पर्यटन- इतिहास की एक यादगार सैर
अमरावती, आंध्र प्रदेश के दक्षिण भारतीय राज्य के गुंटूर जिले में कृष्णा नदी के तट पर स्थापित एक छोटा शहर, है।यह स्थान यहां स्थित अमरेश्वर मंदिर की वजह से दुनिया भर में सबका ध्यान आकृषित करता है। अमरावती यहां स्थित सबसे बड़े बौद्ध स्तूपों में से एक स्तूप के लिए भी प्रसिद्ध है। माना जाता है कि यह......
अमरनाथ – एक पौराणिक गाथा
अमरनाथ हिन्दी के दो शब्द “अमर” अर्थात “अनश्वर” और “नाथ” अर्थात “भगवान” को जोडने से बनता है। श्रीनगर से 145 कि.मी दूर स्थित अमरनाथ भारत का प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह स्थान समुंदरी तट से 4175 मीटर की ऊंचाई पर है, और यहां का मुख्य आकर्षण “बर्फ का प्राकृतिक शिवलिंग” जो हिंदू भगवान शिव का प्रतीक है,......
अम्बाजी पर्यटन - देवी का घर
अम्बाजी प्राचीन भारत का सबसे पुराना और पवित्र तीर्थ स्थान है। ये शक्ति की देवी सती को समर्पित बावन शक्तिपीठों में से एक है। गुजरात और राजस्थान की सीमा पर बनासकांठा जिले की दांता तालुका में स्थित गब्बर पहाड़ियों के ऊपर अम्बाजी माता स्थापित हैं। अम्बाजी में दुनियाभर से पर्यटक आकर्षित होकर आते हैं,......
अम्बाला पर्यटन - जुड़वा शहर
हरियाणा के अंबाला जिले में स्थित अंबाला एक छोटा शहर तथा एक नगर निगम है। शहर को और राजनीतिक और भौगोलिक रूप से अंबाला शहर तथा अंबाला छावनी जो यहां से केवल 3 किमी दूर है,के रूप विभाजित किया जा सकता है। अंबाला शहर दो नदी नेटवर्कों गंगा और सिंधु को अलग करती है। उत्तर में, यह नदी घग्गर से सटा हुआ है......
अम्बासमुद्रम - मां प्रकृति के सानिध्य में
अम्बासमुद्रम, तमिलनाडु के तिरूनेलवेली जिले में स्थित एक छोटा सा खूबसूरत शहर है। यह शहर पश्चिमी घाट की तलहटी पर स्थित है और तमीराबारानी नदी यहां से होकर गुजरती है। इसका पड़ोसी शहर कल्लीदाईकुरिची है जो नदी के दूसरी ओर बसा हुआ है। इस प्रकार, यह शहर प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली से भरा हुआ है।......
अंबोली - एक छोटा सा हिल स्टेशन
अंबोली, महाराष्ट्र राज्य में लगभग 700 कि.मी. की ऊँचाई पर बना एक सुंदर व छोटा सा हिल स्टेशन है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सह्याद्री पर्वतमाला में बना है जो सिंधुदुर्ग जि़ले में है। अंबोली - ऐतिहासिक महत्व ब्रिटिश शासन के दौरान अंबोली शहर का उपयोग एक ऊँची पोस्ट के रुप में होता था जहाँ से मध्य व......
अमरावती - नेताओं का जन्मस्थान
बढ़ते औद्योगिक केन्द्र के साथ-साथ अमरावती महाराष्ट्र की संस्कृति और साहित्य के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। गोपाल नीलकंठ डांडेकर और सुरेश भट्ट इस क्षेत्र का कुछ मशहूर हस्तियाँ हैं। कहा जाता है कि भगत सिंह, प्रतिष्ठित क्रांतिकारी सेनानी, अमरावती में 3 दिनों के लिए अपने भूमिगत कार्यकाल के......
अमृतसर - स्वर्ण मंदिर का शहर
पंजाब में स्थित अमृतसर सिक्ख समुदाय का अध्यात्मिक और सांस्कृतिक केन्द्र है। यह उत्तर-पश्चिम भारत के सबसे बड़े शहरों में से एक है। इस शहर की स्थापना 16वीं शताब्दी में चौथे सिक्ख गुरू, गुरू रामदास जी ने किया था और इसका नाम यहां के एक पवित्र तालाब अमृत सरोवर के नाम पर पड़ा। 1601 में गुरू रामदास जी......
अनंतनाग – झरनों और झीलों की घाटी
अनंतनाग जिला जिसे जम्मू और कश्मीर की व्यापारिक राजधानी कहा जाता है, कश्मीर घाटी के दक्षिणी पश्चिमी भाग में स्थित है। यह क्षेत्र कश्मीर घाटी के विकसित क्षेत्रों में से एक है। ईसा पूर्व 5000 में यह क्षेत्र बाज़ार से भरा शहर बन गया और इसे जल्दी विकसित होने वाले शहर का शीर्षक प्राप्त हुआ। यह शहर......
अष्टविनायक – गणपतियों की भूमि
अष्टविनायक का मतलब है आठ गणपति। हालांकि इस शब्द का उपयोग संपूर्ण महाराष्ट्र में फैले हुए आठ मंदिरों की जानी मानी तीर्थयात्रा का वर्णन करने के लिए किया जाता है। ये आठ मंदिर हैं – मोरगांव का मयूरेश्वर, सिद्धटेक का सिद्धिविनायक, पाली का बल्लालेश्वर, लेणयाद्री का गिरिजात्मक, थेऊर का चिंतामणि, ओझर का......
औली - आइये और स्कीइंग का लुत्फ़ लीजिये
औली एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो पूरी दुनिया में स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है। यह खूबसूरत जगह समुद्रतल से 2800मी. ऊपर स्थित है। यह जगह ओक धार वाली ढलानों और सब्ज़ शंकुधारी जंगलों के लिए जानी जाती है। औली का इतिहास 8वीं शताब्दी में पाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, गुरु आदि शंकराचार्य इस पवित्र......
औंधा नागनाथ - संक्षिप्त विवरण
महाराष्ट्र राज्य के मराठवाडा क्षेत्र के अंतर्गत हिंगोली जिले में स्थित एक छोटा सा गाँव है। औंधा नागनाथ – पहला ज्योतिर्लिंग औंधा नागनाथ न सिर्फ भारत के बारह प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक है, बल्कि यह सबसे प्रथम ज्योतिर्लिंग है। यह महाराष्ट्र में स्थित पाँच ज्योतिर्लिंगों में से एक है।ऐसा विश्वास......
औरंगाबाद- बिहार का करिश्माई शहर
औरंगाबाद बिहार के सबसे ज्यादा आकर्षक शहरों में से एक है। औरंगाबाद शहर विस्तृत ऐतिहासिक घटनाओं की विरासत के मूल से रिसता है। अपने जीवंत अतीत से अपनी आभा और करिश्मे के बल पर यह शहर यहां आने वाले के दिल पर जादू चला सकता है। इस शहर का नाम भारत की आजादी की लड़ाई में व्यापक रूप से योगदान के लिये......
अवंतिपुर – देवत्व का अज्ञात स्थान
अवंतिपुर जम्मू और कश्मीर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो इसके दो प्राचीन मंदिरों शिव – अवन्तिश्वर और अवन्तिस्वामी – विष्णु के लिये प्रसिद्द है। इन दोनों मंदिरों का निर्माण राजा अवन्तिवर्मन द्वारा 9 वीं शताब्दी के दौरान किया गया। शिव – अवन्तिश्वर मंदिर विनाश के देवता शिव का मंदिर है जबकि......
अयोध्या पर्यटन - भगवान श्रीराम के अंश
सरयू नदी के तट पर स्थित अयोध्या एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है। यह हिंदुओं का लोकप्रिय धार्मिक स्थान है। यह शहर, भगवान राम से जुड़ा हुआ है जिनके बारे में मान्यता है कि वह भगवान विष्णु के 7 वें अवतार थे। महाकाव्य रामायण के अनुसार, प्राचीन शहर अयोध्या सूर्यवंश की राजधानी थी जहां भगवान राम का जन्म......
बागडोगरा पर्यटन - हरे - भरे चाय बागानों के बीच स्थित जगह
यह शहर पश्चिम बंगाल के उत्तर में बसे शहरों में से एक है जहां पर्यटकों को आना खासा पसंद है। इस स्थल पर जहां एक ओर चाय के हरे - भरे बागान है वहीं दूसरी ओर बर्फ से ढ़की हिमालय की चोटियां है। यह स्थान पर्यटकों और हनीमून बनाने वालों के लिए खास स्थान है जहां वह आराम से अपनी छुट्टियां बिता सकते है।......
बलांगीर : जहां राजसी आभा आज भी कायम है।
बलांगीर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक शहर के साथ एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला शहर भी है। यह जगह, यहां की खूबसूरत सेटिंग के कारण जानी जाती है और यहां कई सुंदर मंदिर और श्राइन भी स्थित है। एक समय में पटनागढ़ की राजसी राजधानी होने के कारण, यहां आज भी अतीत के गौरव और आकर्षण को देखा जा सकता है। इस......