अहिल्या आस्थान, गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या को समर्पित एक प्रसिद्ध एतिहासिक मंदिर है। यह प्रसिद्द मंदिर अहिल्या ग्राम भी कहलाता है। रामायण के अनुसार जब भगवान राम जनकपुरी जा रहे थे तब रास्ते में उनका पैर एक पत्थर से टकरा गया जिससे अहिल्या उत्पन्न हुई, उसके पहले उनके पति गौतम ऋषि के श्राप से वे पत्थर में बदल गयी थीं। हर साल राम नवमीं के अवसर पर यहाँ बड़ा मेला लगता है। इसके अलावा कई मंदिर और मस्जिद भी इस शहर में हैं।