सागर शैल संग्रहालय, दीव एयरपोर्ट के पूर्वी हिस्से में स्थित है जो नागोआ तट के पास में ही बना हुआ है। इस संग्रहालय को एक मर्चेन्ट नेवी के एक सेवानिवृत्त कप्तान फुलवारी ने स्थापित किया है जिन्होने अपनी जीवन की यात्रा के दौरान विभिन्न प्रकार की शैलों को इक्ट्ठा किया था और अब इस संग्रहालय में लोगों के देखने के लिए रखा है।
माना जाता है कि यह संग्रहालय, एशिया का सबसे बड़ा ऐसा संग्रहालय है जहां लगभग 2500 - 3000 प्रकार की सागर शैल की विशाल श्रेणियों का प्रदर्शन किया गया है। साथ ही इसे दुनिया में ऐसे संग्रहालय होने का भी दावा किया जाता है जहां पर्यटकों को शैल को करीब से देखने व बारीकी से अध्ययन करने के लिए एक नजदीकी स्कैन वाला चश्मा प्रदान किया जाता है जिससे वह हर शैल की खासियत को देख सकें।
संग्रहालय में कई प्रकार के शैल रखे गए है जिनमें मकड़ी, बिच्छु, कॉकल, मोती, सीप, जलीय शैल और अन्य प्रकार के शैल भी विभिन्न रंग, रूप, ढंग, आकार - प्रकार के है। इस संग्रहालय में शैल के बारे जानकारी देने वाली कई पुस्तकों को भी रखा गया है जो पूरी तरह से शैल को समर्पित अध्ययन सामग्री है। संग्रहालय में प्रवेश शुल्क 10 रूपए है।