नागोआ तट का नाम नागोआ से लिया गया है जो भूछारवाड़ा गांव की मछली पकड़ने की जगह है। दीव से 20 मिनट की ड्राइव पर यह समुद्र तट स्थित है। यह एक अर्द्ध - परिपत्र यानि सेमी सर्कुलर समुद्र तट है जो घोड़े की नाल के आकार का है। यह तट एक छोर से दूसरे छोर तक लगभग 2.5 किलोमीटर की दूरी पर फैला हुआ है।
यह समुद्र तट एक अलग जगह स्थित है जहां कोई शोर - शराबा नहीं है। यहां का वातावरण बेहद शांत और सौम्य है। लहराते पेड़ एक आनंदमयी माहौल बना देते है, शहर के थके - हारे लोग यहां के शोररहित, तनाव से दूर एक फ्रेश वातावरण में अच्छा समय बिताते है और अपनी छुट्टियों को आदर्श बनाते है।
नागोआ समुद्र तट, साफ - सुथरा और नज़ाकत वाला तट है। पूरा तट चारों तरफ से घने होका - पॉम ट्री से घिरा हुआ है। इन पेड़ो की सरसराती आवाज तट पर संगीतमय माहौल बना देती है। यहां आकर समय बिताने से जीवन के व्यस्त समय की थकान दूर हो जाती है। इस समुद्र तट का पानी तट पर अच्छी तरह से किनारों पर आता है जिससे पर्यटक इस तट पर आसानी से तैराकी और अन्य पानी के खेलों का लुत्फ उठा सकते है। यह तट सभी प्रकार के खेलों के सुरक्षित है।
साहसिक गतिविधियों में रूचि रखने वाले पर्यटक सेलिंग, बोटिंग, वॉटर स्कीइंग और अन्य साहसिक खेलों में यहां बढ़ चढ़कर हिस्सा ले सकते है। तैराकी के बाद यहां की गीली रेत पर पेड़ों की छांव के नीचे एक झपकी का मजा भी उठाया जा सकता है। दीव की सैर पर इस तट की सैर करने अवश्य आएं वरना आपकी दीव की यात्रा अधूरी रह जाएगी।