अच्चबल एक उद्यान है, जिसका निर्माण मुग़ल सल्तनत के शहंशा, जहाँगीर की पत्नी नूर जहाँ ने किया था। 1620 में बना यह उद्यान, अपने प्राचीन फव्वारों और सुन्दर बागीचों के लिए प्रसिद्ध है । इस बगीचे का निर्माण कुछ इस तरीके से हुआ है कि फव्वारे से निकला पानी सीधा बगीचे में जाए।
इस बगीचे के फव्वारे, चिनार के पेड और हरी भरी लॉन इसकी खूबसूरती में चान चान लगाते हैं। बगीचे का ऊपरी हिसा जिसे “बाग - ए - बेगम अबद” कहते हैं उसमे एक “हमंम” है जिसे “पानी का खज़ाना” कहा जाता है। जो साहिब अबद के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
आगे चलकर मुग़ल सल्तनत के राजकुमार, दारा शिकोह ने इस बाग में मस्जिद बनाई। अच्चबल, अनंतनग से 8 कि.मी और श्रीनगर से 56 कि.मी दूर है। पर्यटक यहाँ के डाक - बंगलों या विश्राम घर में प्रस्थान कर सकते हैं। इस बगीचे में कैम्पिंग के अलावा मछली पकडने की भी अनुमति प्राप्त है।