थाडा साहिब ही वह स्थान है जहाँ 1515 में उडासी या अपने पहले प्रवचन से लौटने के बाद श्री गुरू नानक देव जी ने बाबा अजीत रंधावा के कुछ महत्वपूर्ण विचार विमर्श किया था।
थाडा साहिब ही वह स्थान है जहाँ 1515 में उडासी या अपने पहले प्रवचन से लौटने के बाद श्री गुरू नानक देव जी ने बाबा अजीत रंधावा के कुछ महत्वपूर्ण विचार विमर्श किया था।