माधापुर में हाईटेक सिटी के पास स्थित शिल्परमम एक जाना माना कला और शिल्प का गांव है। हैदराबाद से 20 किमी दूर बसा यह गांव पूरी तरह से कला और शिल्प को समर्पित है, जिससे यह न सिर्फ आंध्र प्रदेश में बल्कि पूरे देश में जाना जाता है। इस गांव को बसाने का उद्देश्य भारत की परंपरागत शिल्प को संरक्षण प्रदान करना था। इस बात को ध्यान में रखते हुए शिल्परमम में पूरे साल उत्सवों का आयोजन किया जाता है।
इस गांव की शुरुआत 1992 में हुई थी और तब से इसने उत्सवों के आयोजन से पूरे देश में पहचान स्थापित की। इन उत्सवों में न सिर्फ आपको भारत के विभिन्न हस्तशिल्प के बारे में जानने को मिलेगा बल्कि आप चाहें तो इसे खरीद भी सकते हैं। आप यहां से परंपरागत गहने, जरी के कपड़े, हाथ से बने फर्नीचर और बहुत कुद खरीद सकते हैं। यह गांव दूर तक फैले हुए घास के मैदान पर बना है, जो आंखों को काफी सुकून पहुंचाता है।