सिन्नोमोरा चाय बागान, जोरहाट का पहला चाय बागान है जो चाय के लिए काफी प्रसिद्ध है। सिन्नोमोरा चाय बागान में वर्ष 1850 से कामकाज शुरू हुआ था। चाय बागान को मणिराम दीवान के द्वारा स्थापित किया गया था। मणिराम दीवान, जोरहाट में ब्रिटिश सरकार के अधीन एक सहायक आयुक्त के पद पर तैनात थे। सिन्नोमोरा चाय बागान, जोरहाट शहर के केंद्र से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित है।
सुरम्य चाय के बागान, चोटी पर स्थित हरे - भरे है। बागान में चाय की छोटी - छोटी झाडि़यों से गुजरते हुए सैर की जा सकती है। अगर आप जानना चाहते है कि चाय कैसे बनाई जाती है, उसे कैसे उगाया जाता है आदि, तो सिन्नोमोरा चाय बागान सबसे अच्छा स्थान है जहां आप ये सब देख सकते है। आप यहां आकर, काम करने वाले खुशदिल लोगों से बातचीत कर सकते है और उनसे काफी कुछ सीख सकते है और इस काम की कठिनाईयों के बारे में भी जान सकते है।
चाय के बागान तक पहुंचने के लिए, पर्यटक, कैब्स किराए पर ले सकते है जो शहर से आसानी से उपलब्ध होती है। वैसे, शहर से नियमित अंतराल पर सार्वजनिक परिवहन की बसें भी मिलती है जो सिन्नोमोरा चाय बागान तक पहुंचा देती है।