मोहनगिरी कालाहांडी में स्थित एक विचित्र गाँव है जो शिव मंदिर आने वाले पर्यटकों के लिए पसंदीदा जगहों में आता है। इस गाँव के पास काली गंगा नामक धारा बहती है। इस जलधारा के किनारे पर जगमोहन हॉल के ग्यारह स्तंभों के साथ प्रचीन शिव मंदिर के अवशेष स्थित हैं।
हालांकि, इस मंदिर का पुर्ननिर्माण करवाया गया है, लेकिन फिर भी 600 ई. के पुराने अवशेष मंदिर में आज भी देखे जा सकते हैं। इस मंदिर की दीवारों पर चट्टानों को काटकर अनेक मूर्तियाँ बनाई गई हैं और साथ ही ढह चुके इस प्रचीन मंदिर पर बने पत्थरों के ब्लॉक इस मंदिर को देखने योग्य बनाते हैं।
मंदिर के साथ ज़मीन से निकाले गए एक शिवलिंग को भी अब एक झोपड़ी में पूजा के लिए रखा गया है। यह मंदिर वर्तमान और पुराने समय का एक अनूठा संयोजन है।