कसौली भट्टी की स्थापना एडवर्ड डायर ने 1820 के दौरान की थी जो विश्व की सबसे ऊँची डिस्टलरी है जो समुद्र सतह से 6000 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। शहर के बाहर स्थित इस डिस्टलरी में आसवन और किण्वन के उपकरण डायर द्वारा इंग्लैंड और स्कॉटलैंड से मंगवाए गए थे। झरनों के पानी और अनुकूल जलवायु परिस्थितियों की उपलब्धता के कारण उसने स्थान को चुना। सभी मूल उपकरणों के साथ ही तांबे के बर्तनों का आज भी उपयोग किया जाता है।
डायर का उद्देश्य स्कॉच व्हिस्की की तरह माल्ट व्हिस्की का उत्पादन था और उसने माल्ट व्हिस्की का आसवन प्रारंभ किया और भारत यहाँ कमज़ोर हो गया। झरनों के पानी की कमी के कारण बाद में इस भट्टी का पुन: आवंटन किया गया। तथापि कसौली में शराब की भठ्ठी अभी भी चल रही है और अब एशिया की सबसे पुरानी कार्यरत आसवनी है।
मूल रूप में कंपनी को डायर ब्रेवरीज लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। बाद में माकिन ब्रेवरीज लिमिटेड के साथ विलय के बाद इस डिस्टलरी को डायर माकिन ब्रेवरीज लिमिटेड के रूप में जाना जाने लगा। कंपनी अभी भी मौजूद है और इसे मोहन माकिन लिमिटेड के नाम से जाना जाता है। डिप्लोमेट डीलक्स व्हिस्की, ओल्ड मोंक राम, लंदन ड्राई, कोलोनेल्स स्पेशल, कप्लान्सकी वोडका और समर हॉल इस कंपनी के कुछ प्रसिद्द ब्रांड हैं।