सुंदरधुंगा ग्लेशियर पिण्डारी घाटी के पश्चिमी भाग में स्थित है। सुंदरधुंगा का अर्थ होता है खूबसूरत पत्थरों की घाटी, जिसका निर्माण संभवत: ग्लेशियर के बर्फ के शिलाखंडों से हुआ होगा। सुंदरधुंगा में मटकोटी और सुखराम नामक दो अन्य ग्लेशियर भी हैं, जो थारकोट, मृगथुनी और पवालीद्वार की चोटियों से काफी नजदीक है।
सुंदरधुंगा ग्लेशियर की पैदल यात्रा करने वाले बागेश्वर जिले में अपना कैंप लगाते हैं। बागेश्वर के बाद लोहारखेत आता है। यहां से 11 किमी की पैदल यात्रा करके धाकुरी पहुंचा जाता है। धाकुरी से 11 किमी बाद खाती गांव आता है। खाती से 8 किमी पैदल यात्र करके जयतोली और फिर जयतोली से 22 किमी पैदल चलकर अंतत: सुंदरधुंगा घाटी पहुंचा जाता है।