राष्ट्रीय राजमार्ग-3 से 17 किमी की दूरी पर स्थित कसरावाड़, महेश्वर के साथ-साथ अपने भिन्न और आकर्षक डिजाइनों वाली रंग-बिरंगी सूती साड़ियों के लिये जाना जाता है। मूल रूप से कसरावाड़ खरीददारी का केन्द्र है। कसरावाड़ स्थानीय शिल्पकला वाली बाजार के साथ तेजी से विकसित हो रहा है। पर्यटक महेश्वर घूमने के बाद कसरावाड़ आकर आराम फरमा सकते हैं और स्थानीय संस्कृति का आनन्द ले सकते हैं।
कसरावाड़ के कुछ आकर्षणों में भवानी माता मन्दिर, गंगलेश्वर पर्वत पर स्थित बाबा की मजार और प्राचीन कैलाश कुण्ड प्रमुख हैं। कसरावाड़ की सर्दियाँ गंगलेश्वर मेले के दौरान बिल्कुल रंग-बिरंगी हो जाती हैं और हर साल सैकड़ों पर्यटक यहाँ आते हैं। कसरावाड़ एक छोटा कस्बा है इसलिये पर्यटक यहाँ शाँति और मजे से रह सकते हैं।