नवदाटोली एक प्रागैतिहासिक स्थान है जो नर्मदा नदी के दोनों ओर स्थित है। इस स्थान का अनोखापन इस बात से जाहिर होता है कि यहाँ पर पुराप्रस्तर कालीन से लेकर 18वीं सदी की संस्कृतियाँ रहीं हैं। नवदाटोली के खण्डहर 1950 में हो रही एक खुदाई के दौरान मिले थे।
खुदाई के दौरान विस्मृत काल के रंग-बिरंगे बर्तनों के साथ-साथ कई सूक्ष्म पत्थर भी मिले थे। अवशेषों में पाये गये प्राचीनकालीन घर या तो आयताकार थे या फिर 3 मीटर की परिधि वाले वृत्ताकार आकार में थे। इन घरों की दीवारें बाँस की और छत मिट्टी की बनी हुई थी। ऐसा माना जाता है कि नवदाटोली संस्कृति का तीसरा युग लगभग 1500 ई0 पूर्व से लेकर 1200 ई0 पूर्व तक था।
मानवविज्ञान के छात्र देश भर से इस स्थान पर आते हैं। जब आप महेश्वर आये हों तो नवदाटोली अवश्य देखें।