मशहूर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर या कृष्ण जन्मस्थान हिन्दुओं के पूजन के लिए पावन धरती मानी जाती है। मंदिर परिशर के अन्दर एक कारागार जैसी संरचना है और ऐसा माना जाता है कि भगवान का जन्म यहीं हुआ था। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर जहाँगीर के शाशन में ओरछा के राजा वीर सिंह बुंदेला द्वारा बनवाया गया था।
हालांकि, और पीछे जाने पर यह पता चलता है कि यहाँ का पहला मंदिर करीबन 5000 साल पहले भगवान कृष्ण के पड़पोते ने बनवाया था। उस समय जब इस मंदिर का रुबाब था ऐसा मानते हैं कि इसका यश शब्दों या चित्रकारी द्वारा बयां कर पाना मुश्किल था। वास्तविक मंदिर को ग़ज़नी के महमूद ने 1017 एडी में कई और मंदिर और बौद्द स्मारक की तरह ही बर्बाद कर दिया था।
इन सालों में इस मंदिर में कई संरचनात्मक बदलाव आये। आज मंदिर परिशर की वास्तुकला हिन्दू अंदाज़ में बनायी गयी है। औरंगज़ेब के शाशन के दौरान इस मंदिर के बाजू में एक मस्जिद का निर्माण किया गया ताकि इस मंदिर से ध्यान हटवाया जा सकता।