बेतवा नदी की बाहों में बसा ओरछा, भारत के केन्द्र में मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के प्रसिद्ध राजा रूद्र प्रताप सिंह द्वरा सन् 1501 में स्थापित ओरछा उत्तरप्रदेश के झाँसी से मात्र 15 किमी की दूरी पर स्थित है। ओरछा के संस्थापक होने के कारण महाराजा रूद्र प्रताप सिंह इस स्थान के प्रथम शासक थे।
ओरछा और इसके आस-पास के पर्यटक स्थल
चूँकि ओरछा एक राजा द्वारा शासित और निर्मित किया गया था इसलिये यहाँ पर उल्लेखनीय संरचनायें हैं जो वास्तव में प्रशंसनीय हैं। चन्द्रशेखर आजाद मेमोरियल, छतरियाँ, दाऊजी की हवेली, दिनमान हरदौल का महल, फूलबाग जैसे अनोखे आकर्षण ओरछा में स्थित हैं। ओरछा में आये पर्यटक राजा महल, रानी महल, सुन्दर महल, लक्ष्मी नारायण मन्दिर और कई अन्य आकर्षणों को देख सकते हैं। जो पर्यटक साहसिक गतिविधियों में रुचि रखते हैं, वे ओरछा में रिवर-राफ्टिंग का आनन्द भी ले सकते हैं। ओरछा अपनी संस्कृति और परम्पराओं के लिये जाना जाता है। हलाँकि ओरछा बहुत बड़ा शहर नहीं है लेकिन ओरछा निवासियों में आपसी समझ बहुत अच्छी है जो यहाँ अक्सर आयोजित होने वाले त्यौहारों में देखने को मिल जाती है।
ओरछा – अपार सुन्दरता का स्थान
ओरछा उन पर्यटकों का स्वागत करता है जो इस प्रसिद्ध शहर की सीमाओं में रची-बसी सुन्दरता का आनन्द लेना चाहते हैं। ओरछा के सुन्दर शहर में और इसके आस-पास कई महल, मन्दिर, पैलेस और सुन्दर संरचनायें हैं जिन्हें देखने का आनन्द प्राप्त किया जा सकता है। यहि आप अपने साथ ओरछा की सुनहरी यादें लेकर वापस जाना चाहते हैं तो यहाँ कम से कम चार दिन अवश्य बितायें।
ओरछा कैसे पहुँचें
ओरछा और झाँसी के बीच की दूरी लगभग 16 किमी है और सड़कमार्ग से यातायात के साधन पर्याप्त उपलब्ध रहते हैं।
ओरछा का मौसम
ओरछा में मौसम हमेशा सुहावना बना रहता है।