माँ हरियाली देवी मंदिर, रुद्रप्रयाग शहर से 37 किमी की दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। समुद्र की सतह से 1400 मीटर की उंचाई पर स्थित यह जगह विशाल हिमालयन श्रेणियों से घिरी हुई है। मंदिर की देवी को सीता माता, बाला देवी और वैष्णो देवी के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में क्षत्रपाल और हीट देवी की मूर्तियाँ भी हैं।
भारत के 58 सिद्ध पीठ मंदिरों में से एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध यह मंदिर, यात्रा करने के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। पौराणिक कथा के अनुसार जब ‘महामाया’ देवकी की सातवीं संतान के रूप में पैदा हुई थी, मथुरा नरेश ‘कंश’ ने महामाया को धरती पर पटक कर मारना चाहा, जिसके फलस्वरूप उसके शरीर के टुकड़े पूरी पृथ्वी पर बिखर गए।
महामाया का हाथ यहाँ गिरा और यह स्थान सिद्ध पीठ कहलाया। जन्माष्टमी और दीवाली के शुभ अवसर पर हजारों भक्त यहाँ आते हैं। वे ‘हरियाली देवी’ की मूर्ति को 7 किमी की दूरी पर ‘हरियाली कांटा’ तक ले जाते हैं।