राजस्थान के झुंझुनू जिले में, और शेखावाटी प्रांत के मध्य में स्थित मांडवा एक छोटा सा शहर है।मंडवा अपने किलों और हवेलियों के लिए प्रसिद्ध है। मंडवा का किला जयपुर की उत्तरी दिशा में 190 कि.मी दूर है, और यहाँ रोड मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
18 वी सदी में बने मंडवा किले को कैसल मंडवा भी कहा जाता है। यह किला बहुत सुन्दर है और इसके प्रवेश द्वार पर बने भगवन कृष्ण और उनकी गायों की चित्रकलायें और भी सुन्दर है। इस किले का निर्माण 1812 (1755 ए.डी) विर्कम संवत में राजा श्रधुल सिंह के बेटे ठाकुर नवल सिंह ने किया था। इसका निर्माण मध्ययुगीन शैली में हुआ है और किले में बने भित्ति चित्र बहुत सुन्दर है। किले के कमरों में कई तरह की नक्काशियां,आईने पर की गई कारीगरी, भगवन कृष्ण के चित्र मौजूद है। किले के दरबार में मौजूद चित्र और प्राचीन वस्तुवें इसकी शोभा बढ़ाते हैं। पर आज कैसल मंडवा एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित हो गया है और इसकी देख रेख मंडवा का शाही परिवार करता है।
होटल में कुल 70 कमरे है जो स्टैण्डर्ड, डीलक्स, लक्जरी सूट, और शाही सूट की श्रेणी में विभाजित है। यहाँ के मल्टी क्युजिन रेस्टोरंट में यात्री पारंपरिक राजस्थानी खाने के साथ साथ और कई व्यंजनों का भी स्वाद चख सकते हैं। इसके अलावा 24 घंटे रूम सर्विस, ट्रेवल डेस्क, विदेशी मुद्रा, स्विमिंग पूल ( यहाँ से 3 कि.मी दूर डेज़र्ट रिसोर्ट में), सांस्कृतिक कार्यक्रम, खाना, घोडा सफारी, ऊंट सफारी, गाँव की सैर आदि मौजूद है।