18 वी सदी में ठाकुर नावल सिंह ने इस स्थान की स्थापना की जो आज राजस्थान के शेखावाटी प्रांत में स्थित है। नावल सिंह शेखावाटी के नवलगढ़ और मंडवा प्रांत के शासक थे। 1836 में बनी नवलगार्ड की हवेलियों पर चित्रकारी बहुत ही कुशलता पूर्वक की है।
इसके अलावा 1920 में बनी आनंदी लाल पोद्दार की हवेली और बाला किला जिसकी दीवारों पर लोक कहानियां चित्रित है, सैलानियों को अपनी और आकर्षित करती है। इसके अतिरिक्त जोधराज पटोडिया हवेली, बंसीधर भगत हवेली, चोखानी हवेली, रूप निवास महल, गंगा मैया मंदिर, और ब्रिटिश क्लॉक टावर नवलगढ़ के अन्य भ्रमणिक स्थल है।