भव्य और खूबसूरत कैथिडरल कैथोलिक चर्च से शिलांग की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। पहले इसे ‘कैथिडरल ऑफ मैरी हेल्प ऑफ क्रिश्चियन’ नाम से जाना जाता था। यह चर्च शिलांग के सर्वाधिक घूमे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां करीब 3 लाख कैथोलिक पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं।
यह चर्च अपने वास्तुशिल्पीय बनावट के साथ-साथ धर्मपरायण वातावरण के लिए भी जाना जाता है। यहां 14 स्टेशंस ऑफ क्रॉस हैं, जिस पर जीजस क्राइस्ट से संबंधित कहानियों की चित्रकारी की गई है। कांच की खिड़कियों पर कई तरह के रंगों से पेंटिंग की गई है। अगर आप ऊपर से इस चर्च को देखेंगे तो पाएंगे कि यह क्रॉस के आकार में बना हुआ है।
चर्च तक जाने के लिए दो सीढ़ी है, जिससे आसपास की भव्यता और भी बढ़ जाती है। यहां हर बुधवार और रविवार को अंग्रेजी और स्थानीय भाषा खासी में प्रवचन का भी आयोजन किया जाता है। 1980 में शताब्दी महोत्सव के दौरान तत्कालीन आर्कबिशप स्वर्गीय हुबर्ट डी रोसारियो ने इस चर्च को कैथिडरल ऑफ मैरी हेल्प ऑफ क्रिश्चियन घोषित किया था।
चर्च के सामने अनुयाइयों के साथ जीजस क्राइस्ट की प्रतिमा स्थापित की गई है। यह चर्च इस शहर के मजबूत मिशनेरी परंपरा और क्रिश्चियन प्रभाव का प्रमाण भी है।