इस मंदिर के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह एक हिंदू धर्म का आस्था स्थल है जो कि उत्तर भारत के वृंदावन मंदिर के जैसा सुनने में लगता है। वृंदावन मंदिर को तडकेश्वरा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है जो इस क्षेत्र के स्थानीय निवासियों के श्रृद्धास्थल है।
यह मंदिर सिलवासा से 18 किमी. की दूरी पर स्थित है जो सकरतोड़ नदी के तट पर स्थित है और खानवेल से इस मंदिर की दूरी मात्र 2 किमी. है। यह ऐतिहासिक मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर इस क्षेत्र की संस्कृति और विरासत में विशेष महत्व रखता है।
यह मंदिर एक सुंदर और पवित्र लैंडस्केप पर पेड़ों के बीचोंबीच स्थित है और यहां आने वाले पर्यटक यहां की प्राकृतिक छटा से बहुत प्रभावित हो जाते है। मंदिर में स्थानीय लोगों के द्वारा मंदिर से जुड़े लोकगीतों को गाया जाता है। मंदिर परिसर में तीन कॉटेज, एक मनोरंजन क्षेत्र और आंगतुकों के लिए एक रेस्तरां है।