Search
  • Follow NativePlanet
Share
होम » स्थल » सिंहाचलम » आकर्षण » श्री वराह लक्ष्मी नृसिंह स्वामी मंदिर

श्री वराह लक्ष्मी नृसिंह स्वामी मंदिर, सिंहाचलम

10

सिंहाचलम का श्री वराह लक्ष्मी नृसिंह स्वामी मंदिर भगवान विष्णु के भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है क्योंकि यह मंदिर विष्णु के नौवें अवतार, भगवान नृसिंह को समर्पित है। यह मंदिर पहाड़ी की चोटी पर बनाया गया है जिसे सिंहाचलम या शेर की पहाड़ी कहा जाता है। कहा जाता है कि यह मंदिर तिरुपति मंदिर के बाद भारत का दूसरा सबसे अमीर मंदिर है।

यह मंदिर उड़ीसा और द्रविड़ शैली की वास्तुकला के समामेलन को प्रदर्शित करता हैं। हिंदू पौराणिक कथा अनुसार, अपने भक्त प्रहलाद को उसके क्रूर पिता के होथों से बचाने के लिए भगवान विष्णु ने नृसिंह का रूप धारण किया। प्रहलाद के पिता को एक वरदान दी गया था कि उसे ना कोई मानव या जानवर मार सकता है और उसकी मृत्यु ना तो पृथ्वी ना आकाश में होगी।

भगवान विष्णु ने आधे मानव और आधे शेर का रूप धारण किया और प्रहलाद के पिता को अपनी गोद में बैठाकर उनके प्राण हर लिए। इस मंदिर को नृसिंह के अठारह क्षेत्रों में से एक के रुप में गिना जाता है या इसे भगवान नृसिंह का मंदिर भी माना जाता है।

यह धारणा है कि पहले जब कुछ मुस्लिम आक्रमणकारी इस मंदिर को नष्ट करना चाहते थे, तो कुमारनाथ नामक एक धार्मिक कवि ने भगवान नृसिंह से निवेदन किया, तब तांबे की कुछ मक्खियों के एक झुंड़ ने आक्रमणकारियों पर हमला किया और फिर वे सिंहाचलम की पहाड़ियों के पिछे कहीं गायब हो गईं।

सिंहाचलम के लोग मानते हैं कि भगवान नृसिंह की दया के कारण यह मंदिर लूटने से तथा नाश होने से बच गया। सिंहाचलम जाने वाली सड़क आसपास की हरियाली के साथ एक सुंदर तस्वीर प्रस्तुत करती है। यह कहने की जरूरत नहीं है कि यह मंदिर जहां खड़ा है वह स्थान कितना अद्भुत है।

One Way
Return
From (Departure City)
To (Destination City)
Depart On
20 Apr,Sat
Return On
21 Apr,Sun
Travellers
1 Traveller(s)

Add Passenger

  • Adults(12+ YEARS)
    1
  • Childrens(2-12 YEARS)
    0
  • Infants(0-2 YEARS)
    0
Cabin Class
Economy

Choose a class

  • Economy
  • Business Class
  • Premium Economy
Check In
20 Apr,Sat
Check Out
21 Apr,Sun
Guests and Rooms
1 Person, 1 Room
Room 1
  • Guests
    2
Pickup Location
Drop Location
Depart On
20 Apr,Sat
Return On
21 Apr,Sun