श्रीशैल की यात्रा करने के लिए अक्टूबर और फरवरी के महीने के बीच का समय सबसे अच्छा है। दिसंबर से लेकर फरवरी के सर्द महीनों में, वातावरण सामान्य, और हवा में ठंड संतोषजनक होती है। हालांकि, रात में ठंड बढ सकती है इसलिए आप अपने साथ जैकेट या शाल ले जाना ना भूलें।
गर्मियों का मौसम मार्च महीने में शुरु होकर जुन महीने में खत्म हो जाता है। गर्मियों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है जो दर्शनीय स्थलों की यात्रा तथा सैर सपाटे को असंभव बना सकता है। यहां गर्मियों में बहुत गर्मी होती है और इससे लू और निर्जलीकरण जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
श्रीशैल जुलाई, अगस्त और सितंबर महीनों के दौरान मध्यम वर्षा को अनुभव करता है। कभी कभी, यह क्षेत्र नवंबर के महीने में भी हलकी बारिश प्राप्त कर सकता है। भले ही मानसून के दौरान तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाए, लेकिन वातावरण में नमी का स्तर बहुत बढ़ जाता है। मानसून के दौरान श्रीशैल की यात्रा करना उचित नहीं होगा।
श्रीशैल में सर्दियां सुखद तथा दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए उपयुक्त हैं। उत्तर भारत की सर्दियों की तरह, श्रीशैल की सर्दियां इतनी कड़ाके दार नहीं होती। तापमान 29 ड़िग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, जो वातावरण को संतोषजनक बनाता है। वास्तव में, सर्दियों में इस शहर की यात्रा करना एक सुखद अनुभव होगा क्योंकि दोपहर में थोड़ी सी गर्मी तथा शाम में थोड़ी सी सर्दी होती है, वो भी बिना कड़ाके की ठंड़ के।