हजारा पुखुरी, तेजपुर शहर का तीसरा सबसे बड़ा जलाशय या टैंक है। इस जलाशय के पानी से 70 एकड़ जमीन के क्षेत्र को पानी प्रदान किया जाता है। हजारा पुखुरी, शहर का एक भव्य आकर्षण है।
हजारा पुखुरी का नाम, हजारा वारमन के नाम पर रखा गया था और 19 वीं सदी में शायद खुदाई हुई थी। गर्मियों के मौसम में जब ब्रह्मपुत्र नदी पर ठंडी - ठंडी हवा चलती है तो शहर के सभी पोखरों और तालाबों में शीतलता आ जाती है। हजारा पुखुरी अलग नहीं है। इसका विशाल आकार ही इसे शहर के निवासियों और पर्यटकों के बीच अधिक आकर्षित बनाता है।
जब से हजारा पुखुरी, शहर में स्थित हुआ है, तभी से पर्यटक अधिकाशत: शाम को अपने होटल से निकलकर मार्केट की सैर करते हुए पुखुरी की ओर आते है। झील के किनारे टहलते है, घास पर बैठते है और स्फूर्तिदायक महसूस करते है। पुखुरी, पूरे असम में पाई जाती है और कई शहरों में तो इनकी संख्या बहुत ज्यादा है।