डेनिश किला, ट्रांक्यूबर में स्थायिक होने के बाद डेनिश लोगों द्वारा बनाई गई पहली ईमारत थी। वाणिज्यिक स्थिरता के साथ इस इमारत द्वारा डेनिश सत्ता को दृढ करने की ओर एक पहल हुई। इसका निर्माण डेनिश कप्तान ओवे गेद्दे ने करवाया था। 400 साल पुराने इस किले का कई बार नवीनीकरण व पुनर्निर्माण हुआ।
लगभग 150 वर्षों तक यह इस क्षेत्र के राज्यपाल एवं अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों का मुख्यालय था। यह किला अभी भी बुलंद है और भारत में यूरोपीय उपनिवेशवाद के प्रारंभ काल की कई अनमोल कलाकृतियां यहाँ रखी गई हैं। इस किले की वास्तुकला में विभिन्न शैलियों का मिश्रण देखने को मिलता है, परन्तु इसमें डेनिश शैली का प्रभाव आसानी से देखा जा सकता है।
इसका कारण यह था कि शैली को इतना भी नहीं बदला गया था कि यह अपनी मूल शैली को ही छोड़ दे।