तमिलनाडु अपने मन्दिरों और उन चित्रों के लिये जाना जाता है जो वास्तविकता से परे की सोच रखने वाले पर्यटकों के मस्तिष्क को प्रोत्साहित करता है। कई तरीकों से तिरुमाननचेरी प्राचीन मन्दिरों का शहर है और नागापत्तिनम जिले में कावेरी नदी के तट पर बसा है। तमिलनाडु के कई शहरों को शैव पन्थ के केन्द्र के रूप में दूर –दूर तक जाना जाता है।
तिरुमाननचेरी ऐसा ही एक केन्द्र है। तिरुमाननचेरी का मन्दिर भगवान शिव को समर्पित है। लेकिन अन्य से कुछ अलग है क्योंकि मन्दिर में वही लोग पूजा करते हैं जो अकेले हो और अभी तक जिन्हें अपना जीवनसाथी नहीं मिला है। थिरूमनम का अर्थ है शादी और चेरी का अर्थ होता है गाँव।
किंवदन्तियों के अनुसार यह वही स्थान है जहाँ पर भगवान शिव ने पार्वती से शादी की थी। ऐसा माना जाता है कि तिरुमाननचेरी की तीर्थयात्रा करने के उपरान्त सफल शादी में आ रही अड़चने दूर हो जाती हैं।
तिरुमाननचेरी और इसके आसपास के पर्यटक स्थल
पर्यटक सप्तसागर तीर्थ, थेवरम मन्दिर, श्री कल्याणसुन्दस्वरार स्वामी मन्दिर जा सकते हैं और पंचालोहा उत्सव भी पर्यटकों को तिरुमाननचेरी की ओर आकर्षित करता है।
तिरुमाननचेरी कैसे पहुँचें
शहर तक रेल तथा सड़क मार्गों द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। निकटतम रेलवेस्टेशन मयिलाडुथुराई जंक्शन है और यह शहर कुम्बाकोनम रेलवे जंक्शन के भी नजदीक है। सड़क मार्ग का रखरखाव भी अच्छा है। आप चेन्नई से सड़कमार्ग द्वारा तिरुमाननचेरी तक पाण्डिचेरी – कड्डालोर मार्ग द्वारा पहुँच सकते हैं।
तिरुमाननचेरी का मौसम
तिरुमाननचेरी का मौसम साल भर बढ़िया रहता है इसलिये यहाँ आने के लिये आपको मौसम सम्बन्धी विशेष चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। यहाँ साल भर मौसम सुहावना बना रहता है।