रामचुरा, एक प्रसिद्ध स्थल है जो वैशाली ब्लॉक में स्थित है। यहां भगवान राम के पद्- चिन्ह् बने हुए है। भगवान राम के पैरों के निशान, एक पत्थर पर बने हुए है। माना जाता है कि भगवान राम ने जनकपुर जाने के दौरान यहां रूककर स्नान किया था और इस पत्थर पर अपने पैर रखे थे और उनके पैरों के निशान आज भी मौजूद है। हर साल हजारों पर्यटक और दर्शनार्थी यहां आते है और भगवान राम के दर्शन करके उनका आर्शीवाद पाते है।
रामचुर, बिहार में मुख्य रामायण का हिस्सा है। यहां भगवान राम के जन्म को धूमधाम से मनाया जाता है। सभी स्थानीय लोग और पर्यटक, धूमधाम से रामनवमी मनाते है। माना जाता है है कि इस दिन बुराई का अंत हुआ था और धरती पर न्याय दिलाने के लिए भगवान राम का जन्म हुआ।
हर दिन कई पर्यटक यहां दर्शन करने आते है। यहां होने वाले धार्मिक रीति - रिवाजों में सभी लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते है।