वैशाली संग्रहालय में खुदाई के दौरान पाई जाने वाले पुरावशेषों को प्रदर्शित किया जाता है। इसे 1971 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा स्थापित किया गया था, जहां कई शानदार मुकुट, हार, गहने आदि को प्रदर्शित किया गया है। यहां के भूमिस्पर्श मुद्रा में भगवान बुद्ध की बिना सिर की मूर्ति लगी हुई है।
इन सामानों के अलावा, इस संग्रहालय में गांव के लोगों के द्वारा आजादी से पूर्व का दिया सामान भी प्रदर्शन के लिए रखा गया है। यहां भगवान विष्णु की मूर्ति, उमा शंकर की मूर्ति आदि को भी रखा गया है। इस संग्रहालय में मध्यकालीन युग का काफी सामान जैसे रखा हुआ है। संग्रहालय में 2000 पुरावशेष रखे हुए है। यहां गुप्त काल, मयूर काल और कुंहंस काल के दौरान का भी काफी समान रखा है।